Guru Pushya Yog 2022: साल का अंतिम गुरु पुष्य योग आज, फिर दीवाली तक नहीं है ऐसा शुभ समय, उठाएं लाभ
Guru Pushya Yog 2022: साल का अंतिम गुरु पुष्य योग आज, फिर दीवाली तक नहीं है ऐसा शुभ समय, उठाएं लाभ The last Guru Pushya Yoga of the year
Guru Pushya Yog 2022
Guru Pushya Yog 2022: नई दिल्ली। ज्योतिष में सोना, गाड़ी आदि कीमती चीजें खरीदने के लिए धनतेरस के अलावा गुरु पुष्य योग को सबसे शुभ मुहूर्त माना गया है। आज 25 अगस्त 2022 को साल 2022 का आखिरी गुरु पुष्य योग बन रहा है। इतना ही नहीं गुरु पुष्य के अलावा आज अन्य शुभ योग भी बन रहे हैं।
इस कारण आज खरीददारी करने और नया काम शुरू करने के लिए बेहद शुभ संयोग बन रहा है। ऐसे दुर्लभ संयोग में सोना-चांदी समेत अन्य कीमती चीजें खरीदने से जीवन में सुख-समृद्धि आती है।
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आज न सिर्फ गुरु पुष्य योग बल्कि कुछ और भी खास योग हैं। इस दिन को सोने-चांदी की खरीदारी के लिए सबसे खास बना रहे हैं। आइए जानते हैं कौन-कौन से हैं ये शुभ…
गुरु पुष्य योग
Guru Pushya Yog 2022: 25 अगस्त यानी आज को गुरु पुष्य योग सूर्योदय से शाम के 4 बजकर 16 मिनट तक रहेगा। गुरु पुष्य योग धन और समृद्धि के लिए बहुत खास माना जाता है। अगर आप गृह प्रवेश करवाने के बारे में या फिर सोना चांदी खरीदने के बारे में या फिर महान-वाहन खरीदने के बारे में सोच रहे हैं तो यह योग आपके लिए बहुत ही शुभ है। दीपावली से पहले यदि आपके घर में कोई शादी विवाह या फिर कोई अन्य कार्यक्रम है जिसमें आपको सोना लेना है उसके लिए यह दिन सबसे अच्छा है।
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सर्वार्थ सिद्धि योग
आज सर्वार्थ सिद्धि योग भी सूर्योदय से लेकर शाम के 4 बजकर 16 मिनट तक रहेगा। मान्यता है कि सर्वार्थ सिद्धि योग का संबंध मां लक्ष्मी से होता है। इस योग में कोई भी कार्य करने से आपको विशेष सिद्धि की प्राप्ति होती है। इस शुभ मुहूर्त में कोई भी कार्य करने से अभीष्ट सिद्धि की प्राप्ति होती है। इस शुभ महूर्त में कोई भी नया कारोबार करने से आपको भविष्य में कामयाबी प्राप्त होती है।
अमृत सिद्धि योग
Guru Pushya Yog 2022: आज गुरु पुष्य योग और सर्वार्थ सिद्धि योग के साथ ही अमृत सिद्धि योग भी है। मान्यता है कि इस शुभ योग में की गई कोई भी पूजापाठ, अनुष्ठान या फिर अन्य शुभ कार्य भविष्य में शुभ फल प्रदान करते हैं। इस दिन मां लक्ष्मी पूजा करने और भगवान विष्णु को पीले फूल और फल अर्पित करने से आपके सभी कार्य बिना किसी बाधा के संपन्न होते हैं।
चंद्रमा रहेंगे अपनी राशि में
इस दिन चंद्रमा का स्वराशि कर्क में रहना भी बहुत अच्छा माना जा रहा है। चंद्रमा का संबंध भी मां लक्ष्मी से होता है और उन्हें मां लक्ष्मी का भाई कहा जाता है। चंद्रमा का अपनी राशि में होना धन समृद्धि की दृष्टि से शुभ प्रभाव देने वाला माना जाता है।

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