Viprit/ Ruchak rajyog: हर व्यक्ति के जीवन में ग्रहों का काफी महत्व होता है और समय-समय पर ग्रह एक राशि से दूसरी राशि में परिवर्तन करते है जिसे गोचर भी कही जाता है। जिसका प्रभाव हर राशि के जातकों पर सकारात्मक या नकारात्मक असर पड़ता है। ज्योतिष शास्त्र में नौ ग्रहों में से मंगल ग्रह बेहद प्रभावशाली माने जाते है।
Viprit/ Ruchak rajyog: हाल ही में मंगल ग्रह ने 16 नवंबर को वृश्चिक राशि में प्रवेश किया है और 28 दिसंबर तक यही रहेंगे, ऐसे में मंगल के गोचर से रूचक राजयोग का निर्माण हुआ है। वही भौतिक सुख-सुविधाओं, सौंदर्य और यश के कारक शुक्र ने भी नवंबर अंत में तुला राशि में प्रवेश किया है, जिससे विपरित राजयोग भी निर्माण हुआ है। यह दोनों राजयोग 4 राशियों के लिए बेहद लकी और अपार धनलाभ देने वाले साबित होंगे।
Viprit/ Ruchak rajyog: वैदिक ज्योतिष के अनुसार, रूचक पंच महापुरुष योग मंगल ग्रह के द्वारा बनता है।जब जन्मकुंडली के केंद्र स्थान में मंगल अपनी उच्च राशि मकर अथवा अपनी मूल त्रिकोण राशि मेष या फिर अपनी स्वराशि वृश्चिक में विराजमान होते है, तो रुचक राजयोग का निर्माण होता है। इस राजयोग से साहस, दौलत-शौहरत में वृद्धि होती है, व्यक्ति बलशाली बनता है।कहा जाता है कि जब मंगल मेष, वृश्चिक या मकर राशि में स्थित होता है, तो इसकी ताकत और सकारात्मक प्रभाव बढ़ जाता है।
Viprit/ Ruchak rajyog: ज्योतिष के अनुसार, जब किसी जातक की कुंडली में छठे भाव का स्वामी अष्टम या द्वादश भाव में विराजमान होता है, जब अष्टम भाव का स्वामी द्वादश या षष्ठम भाव में होता है, या फिर जब द्वादशेश षष्ठम या अष्टम भाव में होता है तो विपरीत राजयोग बनता है। यानी विपरीत राजयोग में त्रिक भाव (छह, आठ, बारहवां भाव) और इनके स्वामियों की ही भूमिका अहम होती है। विपरीत राजयोग तीन प्रकार का होता है- हर्ष, सरल और विमल।
Viprit/ Ruchak rajyog: मंगल के गोचर से रुचक राजयोग और शुक्र के गोचर से विपरित राजयोग का बनना जातकों के लिए लकी साबित होने वाला है। रुचक राजयोग से मान सम्मान में वृद्धि , धन-संपत्ति का लाभ और कार्यों में सफलता मिल सकती है। नौकरीपेशा वालों को प्रमोशन का लाभ प्राप्त मिल सकता है।व्यापारी नया व्यापार शुरू कर सकते हैं। संपत्ति खरीद या बेच सकते हैं। जीवनसाथी का भी पूरा सहयोग मिल सकता है। वही विपरीत राजयोग से विदेश जाने के योग और धन प्राप्ति का अवसर मिल सकता है। वाहन, ज्वैलरी और संपत्ति खरीद सकते है। व्यापार से सफलता मिलेगी। वैवाहिक जीवन में भी खुशियां बनी रहेगी। परिवार के साथ अच्छा समय बीतेगा।
Viprit/ Ruchak rajyog: मंगल के गोचर से रूचक महापुरुष राजयोग का बनना जातकों को अनुकूल सिद्ध हो सकता है। मंगल के आर्शीवाद से साहस और पराक्रम प्राप्त करेंगे। मान सम्मान में वृद्धि होगी।कामों में अपार सफलता मिल सकती है। उच्च शिक्षा के लिए विदेश जाने का सपना पूरा हो सकता है। नौकरीपेशा को समय और भाग्य का साथ मिलेगा। पदोन्नति के साथ इंक्रीमेंट का लाभ मिल सकता है। आय के नए स्त्रोत खुलेंगे और आय में भी वृद्धि कराएंगे।विवाद से दूर रहेंं और सेहत का ख्याल रखें।
Viprit/ Ruchak rajyog: शुक्र के गोचर से विपरित राजयोग का बनना जातकों के लिए बेहद लकी साबित हो सकता है। दिसंबर में जातकों को विशेष लाभ मिल सकता है। संतान की ओर भी कोई गुड न्यूज मिल सकती है। लंबे समय से अटके और रुके काम पूरे होंगे। पुराने निवेश से लाभ मिलेगा। पैतृक संपत्ति के साथ अचानक धन लाभ हो सकता है। विदेश यात्रा के योग बनेंगे। अविवाहितों को शादी का प्रस्ताव मिल सकता है। फिल्म इंडस्ट्री, टीवी, मॉडलिंग, मार्केटिंग से जुड़े लोगों को कोई शुभ समाचार मिल सकता है।
Viprit/ Ruchak rajyog: जातकों के लिए विपरीत राजयोग काफी लाभकारी सिद्ध हो सकता है। व्यापार के लिए समय उत्तम रहेगा, धनलाभ के योग बनेंगे। पार्टनरशिप में किए गए व्यापार में खूब सफलता प्राप्त करेंगे। अविवाहितों के लिए शादी के प्रस्ताव आ सकते है। घर-परिवार का पूरा सहयोग प्राप्त हो सकता है। आय के नए स्त्रोत खुलेंगे। इसके साथ ही बचत करने में भी कामयाब हो सकते हैं।