ये संकेत बताते हैं आप पर बरसने वाली है शनिदेव की कृपा, जानिए क्या करें, क्या नहीं

Shanidev Worship : आज आपको बताते हैं कि जब शनिदेव की कृपा बरसती है तो इसके क्या संकेत होते हैं।, Latest hindi news

  •  
  • Publish Date - October 1, 2022 / 04:39 PM IST,
    Updated On - November 29, 2022 / 08:53 PM IST

today Shanidev Worship  : शनिवार का दिन न्याय के देवता शनिदेव को समर्पित है। शनिदेव व्यक्ति को उसके कर्मों के हिसाब से फल देते हैं । शनिदेव प्रसन्न हो तो व्यक्ति को सुख-संपत्ति, वैभव और मोक्ष मिलता है. व्यक्ति को हर कार्य में सफलता मिलती है। शनिदेव अपने भक्तों को यश, धन, पद और सम्मान का लाभ कराते हैं । वहीं पाप करने वाले व्यक्तियों को शनिदेव बहुत कष्ट पहुंचाते हैं।

कर्मफल दाता शनिदेव अपने भक्तों की पूजा अर्चाना से खुश होकर शुभफल भी देते हैं। इसे आपको पहचाना होता हैं। चहिए आज आपको बताते हैं कि जब शनिदेव की कृपा बरसती है तो इसके क्या संकेत होते हैं।

today Shanidev Worship  अगर आप किसी बड़ी घटना का शिकार होते बच जाते हैं तो आप समझ जाए कि शनिदेव की कृपा है। शनिदोष की वजह से भी व्यक्ति की सेहत हमेशा खराब रहती हैं। वहीं कर्मफल दाता शनिदेव की कृपा अगर बरसती है तो किसी भी हालत में आपकी सेहत पर बुरा असर नहीं पड़ता है। इसके अलावा अन्य कई ऐसे कारण होते हैं जो ये बताते हैं कि शनिदेव की कृपा बनी हुई है। इनमें व्यक्ति के बाल, नाखून, हड्डियां और आंखे जल्द कमजोर नहीं होते हैं। ये संकेत बताते हैं कि व्यक्ति पर शनिदेव की कृपा बनी हुई है।

देखें राशिफल

मेष राशि –
मेष राशि वाले जातक सभी प्रकार के कष्टो और भय से मुक्त होने के लिए मां कालरात्रि की पूजा ॐ कालरात्र्यै नम: मंत्र से करें, साथ ही माता को ग्यारह नींबू की माला अर्पित करें एवं गुड़ का भोग लगायें।

वृषभ राशि –
इस राशि वाले जातक सभी प्रकार से सुख प्राप्ति एवं हानि से बचने के लिए मां कालरात्रि की मध्यरात्रि की पूजा ॐ ह्रीं श्रीं क्लीं दुर्गति नाशिन्यै महामायायै स्वाहा मंत्र से करें साथ ही माता को तिल से बनी मिठाईयां और नीली साड़ी अर्पित करें।
मिथुन राशि –
इस राशि वाले जातक माता को काई हरी साड़ी तथा महावर चरणों में अर्पित करें एवं उड़द दाल की खिचड़ी का भोग लगाकर गरीबों में प्रसाद के रूप में वितरित करें साथ ही या देवी सर्वभूतेषु कालरात्रि रूपेण संस्थिता। नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमो नम:॥ मंत्र का 108 जाप करें।
कर्क राशि –
इस राशि वाले जातक माता को चरण पादुका अर्पित करें एवं चांदी की गाय और बछिया की जोड़ी मां के चरणों में रखें तथा ऊं ऐं ह्रीं क्लीं चामुण्डायै विच्चे मंत्र से माता की पूजा करें, और केले का भोग लगायें।
सिंह राशि –
इस राशि वाले जातक मां कालरात्रि की पूजा में पंजीरी का भोग लगाकर माता को रक्तलाल चुनरी चरणों में अर्पित करें एवं ॐ फट् शत्रून साघय घातय ॐ मंत्र का 108 माला जाप करें।
कन्या राशि –
कन्या राशि वाले जातक सभी प्रकार के शत्रुबाधा को दूर करने के लिए माता के मंत्र ॐ ह्रीं श्रीं क्लीं दुर्गति नाशिन्यै महामायायै स्वाहा का जाप करें तथा माता को गुड़ और तिल से बनी मिठाई का भोग लगायें।
तुला राशि –
तुला राशि वाले जातक मां कालरात्रि की पूजा में सिंघाड़े का भोग लगायें और मिश्री का प्रसाद वितरित करें साथ ही मंत्र ॐ कालरात्र्यै नम: का जाप करते हुए किसी अपंग को तिल का तेल दें।
वृश्चिक राशि –
वृश्चिक राशि वाले जातक मां कालरात्रि की पूजा में मंत्र का जाप करते हुए अनार का दान करें एवं मां को जामुनिया रंग का वस्त्र अर्पित करें एवं ॐ फट् शत्रून साघय घातय ॐ मंत्र का जाप करें, इससे उनके जीवन में कटुता दूर होकर रिश्तों में मधुरता आयेगी।
धनु राशि –
धनु राशि वाले जातक अपने जीवन में अपयश दूर करने के लिए माता के मंत्र ऊं ऐं ह्रीं क्लीं चामुण्डायै विच्चे का 11 हजार बार जाप करें साथ ही किसी बुजूर्ग या गुरू तुल्य व्यक्ति को छाता तथा काला शाल अर्पित करें एवं पीठे का प्रसाद दें।
मकर राशि –
मकर राशि वाले जातक मां कालरात्रि की पूजा से अपने कर्मक्षेत्र के विरोध को दूर कर सकते हैं इसके लिए उन्हें नारंगी रंग का वस्त्र मां को अर्पित करते हुए खट्टे फल मां के चरणों में अर्पित करना चाहिए और ॐ कालरात्र्यै नम: मंत्र का जाप करना चाहिए।
कुंभ राशि –
कुंभ राशि वाले जातक आटे का दीपक बनाकर घी से प्रज्जवलित कर मां के निम्न मंत्र ॐ फट् शत्रून साघय घातय ॐ का एक माला जाप करते हुए शहद का दान करें और माता को आरेंज रंग की चुड़िया अर्पित करें।
मीन राशि –
मीन राशि वाले लोग अपने जीवन में सभी सुख प्राप्ति हेतु मां को चीनी एवं चावल से बने लड्डू का भोग लगाते हुए मां को ॐ ह्रीं श्रीं क्लीं दुर्गति नाशिन्यै महामायायै स्वाहा मंत्र अर्पित करें एवं सुहाग की सामग्री मां के चरणों मे रखें।

और भी है बड़ी खबरें…