नई दिल्ली : Holika Dahan Shubh Muhurt : रंगो के त्योहार होली के लिए अब सिर्फ पांच दिनों का समय बचा है। 24 मार्च को होलिका दहन होगा और 25 मार्च को होली खेली जाएगी। इस बार होली में भद्रा का साया रहने वाला है। भद्रा रहित पूर्णिमा में होलिका दहन किया जाता है और दूसरे दिन प्रतिपदा को रंग खेला जाता है। पंचांगों के अनुसान इस वर्ष पूर्णिमा तिथि 24 मार्च (रविवार) को सुबह 9:24 बजे से शुरू होकर 25 मार्च (सोमवार) को दिन में 11:27 बजे तक रहेगी। 24 मार्च को सुबह 9:24 बजे से ही भद्रा प्रारंभ हो रही है, जो रात 10:27 बजे समाप्त होगा। हाथी बाबा मंदिर के पंडित आनंद दुबे ने बताया कि रात 10:27 पर भद्रा समाप्त होने के बाद होलिका दहन करना उत्तम होगा। इसके बाद 25 को रंग खेला जाएगा।
Holika Dahan Shubh Muhurt : होली का वर्णन बहुत पुराने समय से देखा जाता है। प्राचीन विजयनगर साम्राज्य की राजधानी हम्पी में 16वीं शताब्दी की एक तस्वीर मिली है। यह चित्र होली के उत्सव को दर्शाता है। इसी प्रकार विंध्य पर्वत के निकट रामगढ़ में 300 ईसा पूर्व का एक शिलालेख मिला है, जिसमें होली का वर्णन है। कुछ लोगों का मानना है कि इस दिन भगवान कृष्ण ने पूतना नाम की राक्षसी का वध किया था। उनकी जीत का जश्न मनाते हुए गोपियों ने उनके साथ होली मनाई।