Vivah Shubh Muhurt
Vivah Shubh Muhurt: हिंदू धर्म में विवाह एक पवित्र बंधन है, जो न केवल दो आत्माओं का मिलन है, बल्कि ग्रह-नक्षत्रों की कृपा से सुख-समृद्धि का प्रतीक भी है, जो उन दो आत्माओं को जीवन भर के लिए एक-दूसरे का साथ निभाने और कई जन्मों तक के बंधन में बाँधता है। जहाँ दोनों एक-दूसरे की अपूर्णताओं को पूरा करते हुए ‘धर्म, अर्थ, काम, और मोक्ष’ के मार्ग पर आगे बढ़ते हैं।
हिंदू धर्म में विवाह को एक पवित्र और महत्वपूर्ण संस्कार माना जाता है, जो सिर्फ दो व्यक्तियों का नहीं, बल्कि दो परिवारों और आत्माओं का मिलन होता है। हिंदू धर्म में, मनुष्य के जन्म से लेकर मृत्यु तक के सफर में सोलह संस्कार बताए गए हैं। विवाह इन्हीं सोलह संस्कारों में से एक है, जिसे जीवन का एक ख़ास पड़ाव माना जाता है। यह व्यक्ति को गृहस्थ जीवन में प्रवेश कराता है।
हिंदू विवाह में पति-पत्नी अग्नि को साक्षी मानकर एक-दूसरे के साथ जीवन भर साथ रहने की शपथ लेते हैं। यह समारोह सिर्फ एक सामाजिक घटना नहीं है, बल्कि एक पवित्र अनुष्ठान है, जो धार्मिक विधि-विधानों के साथ संपन्न होता है। आईये देखें नवंबर २०२५ से जुलाई तक 45 दिनों में विवाह की शुभ तिथियां:
नवंबर के महीने में कुल 7 दिन है – 20, 21, 23, 24, 26, 27 और 30
दिसंबर के महीने में कुल 3 शुभ मुहूर्त हैं – 1, 4 और 5
जनवरी के महीने में सिर्फ 1 शुभ मुहूर्त है वो है 29 तारीख
फरवरी के महीने में कुल 9 शुभ मुहूर्त है – 5, 6, 8,15,19, 20, 22, 25 और 26
मार्च के महीने में कुल 4 शुभ मुहूर्त हैं – 4, 9, 11 और 13
अप्रैल के महीने में कुल 4 शुभ मुहूर्त हैं – 17, 20, 26 और 30
मई के महीने में कुल 5 शुभ मुहूर्त हैं -1, 6, 8,10 और 13
जून के महीने में कुल 6 शुभ मुहूर्त हैं 19, 24, 25, 26, 28 और 29
जुलाई के महीने में कुल 6 शुभ मुहूर्त हैं 1, 2, 3, 6, 9 और 12
विवाह केवल एक दिन का उत्सव नहीं, सात जन्मों का बंधन है। इन में से सही शुभ मुहूर्त चुनकर आप अपने बच्चों का विवाह कर सकते हैं, जिससे उनका वैवाहिक जीवन खुशाल रहेगा।
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