Mokshada ekadashi kab hain: भारत में कब मनाई जाएगी मोक्षदा एकादशी? देखें तिथि, समय और व्रत के सम्पूर्ण नियम

Mokshada ekadashi kab hain: मोक्षदा शब्द का अर्थ है " वह जो मुक्ति प्रदान करता है ", यह भक्तों को जन्म और मृत्यु के चक्र से खुद को अलग करने पर आधारित होता है, अंततः आध्यात्मिक मुक्ति प्राप्त होती है, जिसे मोक्ष के रूप में जाना जाता है।

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  • Publish Date - December 1, 2025 / 08:11 AM IST,
    Updated On - December 1, 2025 / 08:11 AM IST

Mokshada ekadashi kab hain || Image- IBC24 NEWS Archive

HIGHLIGHTS
  • मोक्षदा एकादशी 30 नवंबर से शुरू
  • व्रत पारण 2 दिसंबर सुबह
  • विष्णु–लक्ष्मी की पूजा का विशेष महत्व

Mokshada ekadashi kab hain: रायपुर: एकादशी हिंदू धर्म में सबसे महत्वपूर्ण दिनों में से एक है, क्योंकि भक्त उपवास रखते हैं और लाभ प्राप्त करने और पापों से मुक्ति पाने की आशा में भगवान विष्णु और मां लक्ष्मी की पूजा करते हैं।

एकादशी हिंदू धर्म में सबसे महत्वपूर्ण अनुष्ठानों में से एक है। यह महीने में दो बार शुक्ल पक्ष और कृष्ण पक्ष के दौरान आती है। भक्त अपने इष्ट देवों का आशीर्वाद प्राप्त करने और पापों से मुक्ति और मोक्ष प्राप्त करने की आशा में भगवान विष्णु और देवी लक्ष्मी की पूजा करते हैं।

mokshada ekadashi vrat katha: मोक्षदा एकादशी 2025 तिथि और समय

Mokshada ekadashi kab hain: मोक्षदा एकादशी हिंदू कैलेंडर के अनुसार मार्गशीर्ष शुक्ल पक्ष में मनाई जाती है , जो अंग्रेजी कैलेंडर के अनुसार नवंबर के अंत और दिसंबर की शुरुआत में आती है। इस वर्ष मोक्षदा एकादशी तिथि 30 नवंबर 2025 को रात्रि 9:29 बजे से प्रारंभ होकर 1 दिसंबर 2025 , सोमवार को शाम 7:01 बजे समाप्त होगी। व्रत खोलने का समय 2 दिसंबर को सुबह 6:57 बजे से 9:03 बजे तक रहेगा। उसी दिन द्वादशी तिथि दोपहर 3:57 बजे समाप्त होगी।

aaj ka panchang: मोक्षदा एकादशी 2025 व्रत कथा के अनुष्ठान और महत्व

Mokshada ekadashi kab hain: मोक्षदा शब्द का अर्थ है ” वह जो मुक्ति प्रदान करता है “, यह भक्तों को जन्म और मृत्यु के चक्र से खुद को अलग करने पर आधारित होता है, अंततः आध्यात्मिक मुक्ति प्राप्त होती है, जिसे मोक्ष के रूप में जाना जाता है। इस दिन अनुयायी उपवास और प्रार्थना करते हैं तथा अपनी आध्यात्मिक जीवन यात्रा और भौतिक कल्याण दोनों के लिए आशीर्वाद मांगते हैं।

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1. मोक्षदा एकादशी 2025 कब है?

मोक्षदा एकादशी 30 नवंबर रात 9:29 से 1 दिसंबर शाम 7:01 तक रहेगी।

2. व्रत पारण का शुभ समय क्या है?

व्रत पारण 2 दिसंबर को सुबह 6:57 बजे से 9:03 बजे तक होगा।

3. मोक्षदा एकादशी का महत्व क्या है?

यह पापों से मुक्ति, मोक्ष प्राप्ति और आध्यात्मिक उन्नति प्रदान करने वाली अत्यंत पवित्र तिथि है।

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