Ayushman card: ब​दल गए आयुष्मान कार्ड के नियम, प्राइवेट अस्पताल में नहीं होगा इन बीमारियों का फ्री इलाज, जानें

Ayushman card rules have changed: दरअसल, आयुष्मान कार्ड से मरीज को सरकारी अस्पतालों के साथ-साथ प्राइवेट अस्पतालों में भी मुफ्त चिकित्सा सुविधा उपलब्ध कराई जाती है। इस योजना के तहत सरकार की तरफ से कार्ड धारकों को ₹5 लाख तक की चिकित्सा एवं जांच की व्यवस्था मुफ्त में उपलब्ध होती है।

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  • Publish Date - July 27, 2025 / 06:14 PM IST,
    Updated On - July 27, 2025 / 06:17 PM IST
HIGHLIGHTS
  • सरकारी अस्पतालों में होगा इन बीमारियों का इलाज
  • कमजोर वर्ग को 5 लाख रुपए तक के खर्च की बीमारी का इलाज
  • प्राइवेट अस्पतालों में 3 बीमारियों का इलाज और ऑपरेशन दोनों बंद

आजमगढ़: Ayushman card rules changed, आम लोगों की चिकित्सा को लेकर संचालित भारत सरकार की सबसे बड़ी स्वास्थ्य योजना, आयुष्मान भारत योजना के अंतर्गत जारी आयुष्मान कार्ड को लेकर बड़ी खबर सामने आयी है। मिली जानकारी के अनुसार आयुष्मान कार्ड के जरिए अब कुछ बीमारियों को इलाज प्राइवेट अस्पतालों में निशुल्क नहीं हो सकेगा। इसके लिए आपको पेमेंट करना पड़ेगा।

दरअसल, आयुष्मान कार्ड से मरीज को सरकारी अस्पतालों के साथ-साथ प्राइवेट अस्पतालों में भी मुफ्त चिकित्सा सुविधा उपलब्ध कराई जाती है। इस योजना के तहत सरकार की तरफ से कार्ड धारकों को ₹5 लाख तक की चिकित्सा एवं जांच की व्यवस्था मुफ्त में उपलब्ध होती है।

वहीं अब इनके नियमों में कुछ बदलाव किया गया है। जिसमें इस योजना के अंतर्गत कुछ बीमारियों का उपचार केवल और केवल सरकारी अस्पतालों में ही मुफ्त में हो सकेगा। प्राइवेट अस्पतालों में इन बीमारियों का इलाज करने के लिए अब आयुष्मान कार्ड मान्य नहीं होगा।

सरकारी अस्पतालों में होगा इन बीमारियों का इलाज

Ayushman card rules changed , स्वास्थ विभाग से मिली जानकारी के अनुसार, आयुष्मान योजना के अंतर्गत प्राइवेट अस्पतालों में 3 बीमारियों का इलाज और ऑपरेशन दोनों बंद किया गया है। इसमें मस्तिष्क, डिलीवरी और बच्चेदानी का ऑपरेशन शामिल है। इस तरह के इलाज की सुविधा अब केवल सरकारी अस्पतालों में ही मुफ्त में उपलब्ध हो सकेगी।

आयुष्मान योजना के अंतर्गत आयुष्मान कार्ड धारकों को अब इस तरह के बीमारियों का सरकारी अस्पताल में ही इलाज कराना होगा। आयुष्मान योजना गरीबों के लिए काफी लाभकारी साबित हो रही है, जिससे आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग को 5 लाख रुपए तक के खर्च की बीमारी या ऑपरेशन का इलाज प्राइवेट अस्पतालों में भी मिल रहा है।

आपको बता दें कि आयुष्मान कार्ड के अंतर्गत इस तरह के इलाज करने वाले मरीजों की संख्या काफी अधिक होती है। ऐसे में निजी अस्पतालों में यह सुविधा न मिलने से एक बार फिर मरीज को केवल सरकारी अस्पतालों में मौजूद सुविधाओं का ही सहारा मिलेगा।

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आयुष्मान भारत योजना के तहत अब कौन-कौन सी बीमारियाँ प्राइवेट अस्पतालों में फ्री इलाज के लिए कवर नहीं होंगी?

उत्तर: अब तीन बीमारियों का इलाज प्राइवेट अस्पतालों में आयुष्मान कार्ड से फ्री में नहीं किया जाएगा: मस्तिष्क (Brain surgery/neurological disorders) डिलीवरी (Delivery/Childbirth) बच्चेदानी का ऑपरेशन (Hysterectomy/Uterus surgery) इनका निशुल्क इलाज अब केवल सरकारी अस्पतालों में ही संभव होगा।

क्या इन बीमारियों के इलाज के लिए आयुष्मान कार्ड पूरी तरह बेकार हो गया है?

उत्तर: नहीं, आयुष्मान कार्ड अब भी मान्य है, लेकिन इन खास बीमारियों के लिए इसका उपयोग सिर्फ सरकारी अस्पतालों में ही किया जा सकता है। अन्य बीमारियों के लिए कार्ड पहले की तरह प्राइवेट अस्पतालों में भी मान्य रहेगा।

यदि मरीज ने पहले से प्राइवेट अस्पताल में इलाज शुरू कर दिया है तो क्या होगा?

उत्तर: यदि इलाज पहले से चल रहा है, तो यह स्थिति अस्पताल की नीतियों और क्लेम प्रोसेस पर निर्भर करेगी। मरीज को सलाह दी जाती है कि वे संबंधित अस्पताल या आयुष्मान हेल्पलाइन से संपर्क करें।

इस बदलाव का मुख्य उद्देश्य क्या है?

उत्तर: इस बदलाव का उद्देश्य सरकारी स्वास्थ्य सेवाओं को सशक्त बनाना और अत्यधिक भीड़ या खर्च को प्राइवेट अस्पतालों में नियंत्रित करना है। इससे सरकारी अस्पतालों की उपयोगिता बढ़ेगी और सरकार पर आने वाले खर्च को भी संतुलित किया जा सकेगा।

आयुष्मान योजना में बदलाव की जानकारी कैसे प्राप्त करें?

उत्तर: इसके लिए आप निम्नलिखित विकल्पों का उपयोग कर सकते हैं: आयुष्मान भारत की आधिकारिक वेबसाइट: https://pmjay.gov.in टोल फ्री हेल्पलाइन नंबर: 14555 या 1800-111-565 स्थानीय CSC केंद्र या सरकारी अस्पताल से संपर्क करें