(फिलेम दीपक सिंह)
रांची, 23 अक्टूबर (भाषा) कई जूनियर खिलाड़ियों से सजी दूसरे दर्जे की भारतीय टीम यहां 17 साल बाद शुक्रवार से शुरू हो रही दक्षिण एशियाई सीनियर एथलेटिक्स चैम्पियनशिप में दबदबा बनाये रखने के इरादे से उतरेगी ।
चैम्पियनशिप का चौथा सत्र बिरसा मुंडा स्टेडियम पर खेला जायेगा । पिछली बार 2008 में केरल के कोच्चि में इसका आयोजन हुआ था ।
भारत ने 1997 में पहले संस्करण की मेजबानी की थी जबकि दूसरी बार यह चैम्पियनशिप श्रीलंका में खेली गई थी ।
इसमें भारत, श्रीलंका, बांग्लादेश, नेपाल, भूटान और मालदीव के 206 खिलाड़ी भाग ले रहे हैं जो तीन दिन में 37 पदकों के लिये मुकाबला करेंगे । पाकिस्तान आयोजकों से न्योता मिलने के बावजूद नहीं आया है ।
आयोजन समिति के एक अधिकारी ने पीटीआई को बताया ,‘‘ हमने दक्षिण एशियाई एथलेटिक्स महासंघ के सभी सदस्यों को निमंत्रण भेजा था । पाकिस्तान सदस्य देश है लेकिन उसने हमारे न्योते का जवाब नहीं दिया ।’’
चौथा सत्र दो बार स्थगित हुआ है । पहले 2024 में होना था जिसे मई 2025 तक स्थगित किया गया । इसके बाद अक्टूबर 24 से 26 तक कराने का फैसला लिया गया ।
भारत की 73 सदस्यीय टीम में कोई बड़ा नाम नहीं है । सिर्फ एम आर पूवम्मा अनुभवी खिलाड़ी हैं जो चार गुणा 400 मीटर रिले टीम का हिस्सा हैं ।
भारतीय टीम के कुछ स्पर्धाओं में श्रीलंका से कड़ी चुनौती मिलेगी । श्रीलंका ने 63 खिलाड़ियों को भेजा है जिनकी अगुवाई पुरूष चक्का फेंक खिलाड़ी रूमेश थरंगा पथिरागे करेंगे ।
भाषा
मोना नमिता
नमिता