लगभग 60 रन पर ऑल आउट होने के बाद वापसी करना मुश्किल: रचिन रविन्द्र

लगभग 60 रन पर ऑल आउट होने के बाद वापसी करना मुश्किल: रचिन रविन्द्र

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  • Publish Date - December 5, 2021 / 07:45 PM IST,
    Updated On - November 29, 2022 / 08:06 PM IST

मुंबई, पांच दिसंबर (भाषा) न्यूजीलैंड को अच्छी तरह से पता है कि पहली पारी में 62 रन पर आउट होने के बाद  वापसी करना बेहद मुश्किल है लेकिन युवा हरफनमौला रचिन रविन्द्र ने वादा किया कि उनकी टीम भारत के खिलाफ दूसरे टेस्ट के चौथे दिन (सोमवार को) डटकर मुकाबला करेगी।

भारतीय मूल के इस खिलाड़ी ने रविवार को एक बार फिर अपने रक्षात्मक खेल का लोहा मनवाया और तीसरे दिन की समाप्ती पर 23 गेंद में दो रन बनाकर बल्लेबाजी कर रहे है। उनके साथ हेनरी निकोल्स (86 गेंद में 36 रन) भी क्रीज पर डटे हुए हैं।

न्यूजीलैंड को मैच और श्रृंखला को जीतने के लिए 540 रन का लक्ष्य मिला है लेकिन टीम पांच विकेट पर 140 रन बनाकर हार के मुहाने पर खड़ी है।

रविन्द्र ने कहा, ‘‘ जब आप 60 रन के आस-पास ऑलआउट हो जाते है तो चीजें हमेशा मुश्किल होती है। हमारे लिए कई चीजें सही नहीं रही।’’

उन्होंने कहा, ‘‘ हम सभी बेहतर बनने का प्रयास करते हैं। हम इस तरह की चीजों को पीछे छोड़ने की कोशिश कर रहे है। यह हमारा सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन नहीं था लेकिन हमें पता था कि हमें दूसरी पारी में खेलना है और हम वहां पूरी क्षमता से संघर्ष करेंगे।’’

उन्होंने कहा, ‘‘ खेल के लिए यह महत्वपूर्ण है कि आपने जो किया है उससे सीखें और आगे बढ़ें, यह ज्यादा जरूरी नहीं कि जो हुआ है उस पर जरूरत से ज्यादा ध्यान दिया जाये।

रविन्द्र ने भारत की दूसरी पारी में कप्तान विराट कोहली समेत तीन विकेट चटकाये।

श्रृंखला के पहले मैच में 91 गेंद में 18 रन बनाकर न्यूजीलैंड की हार टालने वाले इस खिलाड़ी ने कहा, ‘‘ उस मैच के बारे में मैं यह नहीं कहूंगा कि मेरी वजह से टीम मैच ड्रॉ करने में सफल रही, वह पूरी टीम के प्रयास से संभव हुआ था।’’

उन्होंने कहा, ‘‘हां, उस पारी से मुझे आत्मविश्वास मिलेगा लेकिन हमें अभी काफी लंबा सफर तय करना है। दो दिन और 180 ओवर बचे है, काफी क्रिकेट बचा है।’’

उन्होंने न्यूजीलैंड टीम के भारतीय मूल के दूसरे खिलाड़ी ऐजाज पटेल की तारीफ की जिन्होंने पहली पारी में 10 विकेट सहित मैच में कुल 14 विकेट झटके।

उन्होंने कहा, ‘‘ मैं जैजी (ऐजाज) के लिए इससे ज्यादा खुश नहीं हो सकता। वह एक अविश्वसनीय इंसान और एक महान स्पिनर है। हर बार जब हमने उसे गेंद दी, हम जानते थे कि वह हमें परिणाम देगा। उनका टीम में होना मेरे और टीम के अन्य लोगों के लिए भी मददगार है।’’

भाषा आनन्द नमिता

नमिता