रांची, 12 दिसंबर (भाषा) विकेटकीपर बल्लेबाज मनेंदर सिंह ( नाबाद 166) और अनुभवी महिपाल लोमरोर (101) की शतकीय पारी और दोनों के बीच दूसरे विकेट के लिए 208 रन की साझेदारी के दम पर राजस्थान ने विजय हजारे ट्रॉफी राष्ट्रीय एकदिवसीय टूर्नामेंट के एलीट ग्रुप ई मैच में रविवार को यहां असम पर 142 रन की जीत के साथ लगातार चौथी सफलता दर्ज की।
पारी का आगाज करने वाले मनेंदर आखिरी तक आउट नहीं हुए। उन्होंने 132 गेंद में 11 चौके और आठ छक्के जड़े।
राजस्थान ने तीन विकेट पर 335 रन बनाने के बाद असम की टीम को 39.1 ओवर में 193 रन पर ऑलआउट कर दिया। रवि बिश्नोई ने राजस्थान के लिए 45 रन देकर चार विकेट लिये।
असम ने टॉस जीतकर गेंदबाजी का फैसला किया लेकिन मनेंदर और अभिजीत तोमर (36) ने पहले विकेट के लिए 51 रन की साझेदारी कर राजस्थान को अच्छी शुरुआत दिलायी। मनेंदर को इसके बाद लोमरोर का शानदार साथ मिला और दोनों ने असम के गेंदबाजों के खिलाफ तेजी से रन बनाना जारी रखा।
पीएल दास (70 रन पर दो विकेट) ने लोमरोर को आउट कर इस साझेदारी को तोड़ा। लोमरोर ने 110 गेंद की पारी में आठ चौके और एक छक्का जड़ा।
लक्ष्य का पीछा करते हुए असम की टीम कभी लय में नहीं दिखी और नियमित अंतराल पर विकेट गंवाते रही।
रियान पराग ने 28 गेंद में 51 रन की आतिशी पारी खेली, लेकिन यह टीम को बड़ी हार से बचाने के लिए काफी नहीं था। विकेटकीपर कुणाल सैकिया ने 45 रन का योगदान दिया।
ग्रुप के दूसरे मैच में सलामी बल्लेबाज अभिषेक शर्मा की 117 गेंद में नाबाद 169 रन की पारी से पंजाब ने सेना को नौ विकेट से शिकस्त दी।
सेना ने मोहित अहलावत (71), कप्तान रजत पालीवाल (85) और पुलकित नारंग (50)की अर्धशतकीय पारियों से पांच विकेट पर 260 रन बनाये।
लक्ष्य का पीछा करते हुए प्रभसिमरन सिंह (72) और अभिषेक ने पहले विकेट के लिए 192 रन की साझेदारी कर पंजाब की जीत की नींव रखी।
अभिषेक ने 117 गेंद की पारी में 17 चौके और नौ छक्के लगाये।
पंजाब की चार मैचों में यह तीसरी जीत है।
ग्रुप के एक अन्य रोमांचक मैच में रेलवे ने गोवा को दो विकेट से हराया।
गोवा ने पहले बल्लेबाजी करते हुए सात विकेट पर 241 रन बनाये । टीम के लिए एकनाथ केरकर ने नाबाद 70 रन का योगदान दिया।
लक्ष्य का पीछा करते हुए रेलवे की टीम 39वें ओवर में 146 रन पर सात विकेट गंवा कर संघर्ष कर रही थी। शिवम चौधरी (89), विवेक सिंह (नाबाद 57) और ध्रुशांत सोनी की 31 गेंद में 54 रन की ताबड़तोड़ पारी से टीम आखिरी गेंद तक चले मुकाबले को जीतने में सफल रही।
भाषा आनन्द मोना
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