Mohammed Shami Roza Controversy || Image- IBC24 News File
Mohammed Shami Roza Controversy : नई दिल्ली : ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड (एआईएमपीएलबी) के सदस्य मौलाना खालिद रशीद फरंगी महली ने गुरुवार को कहा कि चूंकि मोहम्मद शमी देश के लिए खेल रहे हैं, इसलिए उनके पास रोजा न रखने का विकल्प है। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि किसी को भी क्रिकेटर पर उंगली उठाने का अधिकार नहीं है।
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गौरतलब है कि मीडिया से बात करते हुए मौलाना बरेलवी ने कहा था, “रोजा न रखकर मोहम्मद शमी ने अपराध किया है। उन्हें ऐसा नहीं करना चाहिए था। शरीयत की नजर में वह अपराधी हैं और उन्हें खुदा को इसका जवाब देना होगा।” मौलाना बरेलवी के अनुसार, रोजा इस्लाम में अनिवार्य कर्तव्यों में से एक है। उन्होंने कहा, “यदि कोई स्वस्थ पुरुष या महिला रमजान के महीने में रोजा नहीं रखता है, तो वह एक बड़ा अपराधी होगा।”
Mohammed Shami Roza Controversy : इस मुद्दे पर प्रतिक्रिया देते हुए मौलाना खालिद रशीद फरंगी महली ने कहा, “सभी मुसलमानों के लिए रमजान के महीने में रोजा रखना अनिवार्य है। हालांकि, अल्लाह ने कुरान में स्पष्ट रूप से उल्लेख किया है कि यदि कोई व्यक्ति यात्रा पर है या अस्वस्थ है, तो उसके पास रोजा न रखने का विकल्प है। मोहम्मद शमी के मामले में, वह एक दौरे पर हैं, इसलिए उनके पास रोजा न रखने का विकल्प है। किसी को भी उन पर सवाल उठाने का अधिकार नहीं है।”
तेज गेंदबाज मोहम्मद शमी के चचेरे भाई मुमताज भी उनके समर्थन में सामने आए। उन्होंने शमी का बचाव करते हुए कहा, “वह देश के लिए खेल रहे हैं। कई पाकिस्तानी खिलाड़ी भी ऐसे हैं जिन्होंने रोजा नहीं रखा और मैच खेल रहे हैं, इसलिए यह कोई नई बात नहीं है। यह बेहद शर्मनाक है कि उनके बारे में इस तरह की बातें कही जा रही हैं। हम मोहम्मद शमी से कहेंगे कि वे इन बातों पर ध्यान न दें और 9 मार्च को होने वाले मैच की तैयारी करें।”
Mohammed Shami Roza Controversy : बता दें कि रमजान के दौरान मोहम्मद शमी को मंगलवार को दुबई इंटरनेशनल क्रिकेट स्टेडियम में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ सेमीफाइनल मुकाबले के दौरान एनर्जी ड्रिंक पीते हुए देखा गया था, जिसके बाद यह विवाद खड़ा हुआ।
#WATCH | Lucknow, UP | On Indian cricketer Mohammed Shami, Executive Member of All India Muslim Personal Law Board, Maulana Khalid Rashid Farangi Mahli, says, “It is compulsory for all Muslims to observe Roza, especially in the month of Ramazan. However, Allah has clearly… pic.twitter.com/aseHrTkaYR
— ANI (@ANI) March 6, 2025