Mohammed Shami Roza Controversy: मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड आया मोहम्मद शमी के बचाव में.. कहा, ‘किसी को शमी पर उंगली उठाने का अधिकार नहीं’..

रमजान के दौरान मोहम्मद शमी को मंगलवार को दुबई इंटरनेशनल क्रिकेट स्टेडियम में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ सेमीफाइनल मुकाबले के दौरान एनर्जी ड्रिंक पीते हुए देखा गया था, जिसके बाद यह विवाद खड़ा हुआ।

  •  
  • Publish Date - March 6, 2025 / 05:40 PM IST,
    Updated On - March 6, 2025 / 05:40 PM IST

Mohammed Shami Roza Controversy || Image- IBC24 News File

HIGHLIGHTS
  • मोहम्मद शमी के रोजा न रखने पर विवाद, मौलाना खालिद रशीद ने किया समर्थन
  • मोहम्मद शमी के रोजा न रखने पर विवाद, मौलाना खालिद रशीद ने किया समर्थन
  • एनर्जी ड्रिंक पीने पर विवाद, मौलाना बोले- सफर में रोजा छोड़ने की है इजाजत

Mohammed Shami Roza Controversy : नई दिल्ली : ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड (एआईएमपीएलबी) के सदस्य मौलाना खालिद रशीद फरंगी महली ने गुरुवार को कहा कि चूंकि मोहम्मद शमी देश के लिए खेल रहे हैं, इसलिए उनके पास रोजा न रखने का विकल्प है। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि किसी को भी क्रिकेटर पर उंगली उठाने का अधिकार नहीं है।

Read More: महाकुंभ में हमला कर भारत से भागना चाहता था बब्बर खालसा का आतंकी, यूपी DGP का बड़ा खुलासा

गौरतलब है कि मीडिया से बात करते हुए मौलाना बरेलवी ने कहा था, “रोजा न रखकर मोहम्मद शमी ने अपराध किया है। उन्हें ऐसा नहीं करना चाहिए था। शरीयत की नजर में वह अपराधी हैं और उन्हें खुदा को इसका जवाब देना होगा।” मौलाना बरेलवी के अनुसार, रोजा इस्लाम में अनिवार्य कर्तव्यों में से एक है। उन्होंने कहा, “यदि कोई स्वस्थ पुरुष या महिला रमजान के महीने में रोजा नहीं रखता है, तो वह एक बड़ा अपराधी होगा।”

खालिद रशीद फरंगी महली का बयान

Mohammed Shami Roza Controversy : इस मुद्दे पर प्रतिक्रिया देते हुए मौलाना खालिद रशीद फरंगी महली ने कहा, “सभी मुसलमानों के लिए रमजान के महीने में रोजा रखना अनिवार्य है। हालांकि, अल्लाह ने कुरान में स्पष्ट रूप से उल्लेख किया है कि यदि कोई व्यक्ति यात्रा पर है या अस्वस्थ है, तो उसके पास रोजा न रखने का विकल्प है। मोहम्मद शमी के मामले में, वह एक दौरे पर हैं, इसलिए उनके पास रोजा न रखने का विकल्प है। किसी को भी उन पर सवाल उठाने का अधिकार नहीं है।”

भाई भी समर्थन में उतरे

तेज गेंदबाज मोहम्मद शमी के चचेरे भाई मुमताज भी उनके समर्थन में सामने आए। उन्होंने शमी का बचाव करते हुए कहा, “वह देश के लिए खेल रहे हैं। कई पाकिस्तानी खिलाड़ी भी ऐसे हैं जिन्होंने रोजा नहीं रखा और मैच खेल रहे हैं, इसलिए यह कोई नई बात नहीं है। यह बेहद शर्मनाक है कि उनके बारे में इस तरह की बातें कही जा रही हैं। हम मोहम्मद शमी से कहेंगे कि वे इन बातों पर ध्यान न दें और 9 मार्च को होने वाले मैच की तैयारी करें।”

Read Also: CG News : मंत्री लक्ष्मी राजवाड़े के पति पर हमला, जनपद अध्यक्ष पद के चुनाव के दौरान हुआ हंगामा, भिड़े भाजपा और कांग्रेस कार्यकर्ता 

शमी के एनर्जी ड्रिंक पीने पर विवाद

Mohammed Shami Roza Controversy : बता दें कि रमजान के दौरान मोहम्मद शमी को मंगलवार को दुबई इंटरनेशनल क्रिकेट स्टेडियम में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ सेमीफाइनल मुकाबले के दौरान एनर्जी ड्रिंक पीते हुए देखा गया था, जिसके बाद यह विवाद खड़ा हुआ।

1. क्या रोजा रखना सभी मुसलमानों के लिए अनिवार्य है?

हाँ, इस्लाम में रोजा रखना अनिवार्य है, लेकिन बीमार, यात्रा पर रहने वाले या विशेष परिस्थितियों में छूट दी गई है।

2. क्या खेल और अन्य व्यस्तताओं के कारण रोजा छोड़ना जायज है?

इस्लाम में यात्रा के दौरान रोजा न रखने की अनुमति है, और कई इस्लामिक विद्वान मानते हैं कि अत्यधिक शारीरिक परिश्रम करने वालों के लिए भी छूट हो सकती है।

3. मोहम्मद शमी के रोजा न रखने पर विवाद क्यों हुआ?

सेमीफाइनल मैच के दौरान उन्हें एनर्जी ड्रिंक पीते देखा गया, जिससे यह बहस छिड़ गई कि क्या उन्होंने रोजा रखा था या नहीं।

4. क्या अन्य खिलाड़ी भी मैच के दौरान रोजा नहीं रखते?

हाँ, कई अंतरराष्ट्रीय मुस्लिम खिलाड़ी मैच और अभ्यास के दौरान रोजा न रखने का विकल्प चुनते हैं, जिसमें पाकिस्तानी खिलाड़ी भी शामिल हैं।

5. इस मामले पर मोहम्मद शमी का क्या कहना है?

मोहम्मद शमी ने अभी तक इस मुद्दे पर कोई सार्वजनिक बयान नहीं दिया है और वे अपने खेल पर ध्यान केंद्रित कर रहे हैं।