पंत की आक्रामक पारी से भारत को फायदा हुआ: पटेल

पंत की आक्रामक पारी से भारत को फायदा हुआ: पटेल

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  • Publish Date - March 5, 2021 / 02:31 PM IST,
    Updated On - November 29, 2022 / 08:42 PM IST

अहमदाबाद, पांच मार्च (भाषा) इंग्लैंड के स्पिन गेंदबाजी कोच जीतन पटेल ने शुक्रवार को युवा विकेटकीपर बल्लेबाज ऋषभ पंत की आक्रामक बल्लेबाजी की तारीफ करते हुए कहा कि इससे चौथे टेस्ट मैच के दूसरे दिन के खेल के बाद मैच पर उनकी पकड़ थोड़ी कमजोर हो गयी। पंत के 101 रन के दम पर भारत ने दूसरे दिन स्टंप्स तक सात विकेट पर 294 रन बनाकर पहली पारी में 89 रन की बढ़त कायम कर ली। पटेल ने यहां ऑनलाइन संवाददाता संम्मेलन में कहा, ‘‘ जब खिलाड़ी को उसके कौशल के मुताबिक खुल कर खेलने की छूट मिलती है, जैसा इस टीम में ऋषभ पंत के साथ है। उन्होंने आज ऐसा ही किया और इससे मैच में विरोधी टीम की पकड़ कम हो जाती है।’’.

पंत को वाशिंगटन सुंदर (नाबाद 60) का अच्छा साथ मिला और दोनों ने सातवें विकेट के लिए 113 रन की साझेदारी करके भारत को मुश्किल परिस्थिति से बाहर निकाला। पटेल ने कहा, ‘‘ उन्होंने चाय के विश्राम के बाद आक्रामक रूख अपनाया। इस आक्रामक रूख ने उनके पक्ष में काम किया और उन्होंने शतक पूरा किया।’’ न्यूजीलैंड के इस पूर्व गेंदबाज ने कहा, ‘‘ पंत की पारी की महत्वपूर्ण बात वाशिंगटन सुंदर के साथ उनकी साझेदारी की थी। भारतीय टीम ने इस दौरान पूरे सत्र में ज्यादा विकेट नहीं गंवाये।’’ उन्होंने कहा कि भारतीय टीम ने जब छठा विकेट खोया था तब इंग्लैंड की टीम पहली पारी में बढ़त हासिल करने के बारे में सोच रही थी। उन्होंने कहा, ‘‘ मैच अभी भी संतुलित स्थिति में है। मुझे लगता है कि पंत और सुंदर की साझेदारी काफी बड़ी थी। आखिरी सत्र से पहले भारत का स्कोर छह विकेट पर 153 रन था और वे 56 रन से पीछे थे। हमने सोचा था कि जल्दी से विकेट लेकर पहली पारी में बढ़त हासिल करेंगे। ’’ पंत ने 82 गेंद में अर्धशतक लगाने के बाद 118 गेंद में अपना तीसरा शतक पूरा किया। उन्हों ने अपनी पारी में 13 चौके और दो छक्के लगाये। पटेल ने भारतीय कप्तान विराट कोहली और उपकप्तान अजिंक्य रहाणे का विकेट लेने वाले बेन स्टोक्स की तारीफ की। उन्होंन कहा, ‘‘ उन्होंने कुछ महत्वपूर्ण विकेट लिये और वही काम किया जो टीम का दूसरा तेज गेंदबाज करता है। वह काफी थक चुके थे लेकिन वह हार नहीं मानते है। मुश्किल परिस्थितियों में अच्छा करना उन्हें पसंद है।’’ भाषा आनन्द नमितानमिता