दो एथलीट पटियाला में आईजीपी में हुए नाडा डोप टेस्ट में विफल

दो एथलीट पटियाला में आईजीपी में हुए नाडा डोप टेस्ट में विफल

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  • Publish Date - March 13, 2021 / 11:08 AM IST,
    Updated On - November 29, 2022 / 08:47 PM IST

नयी दिल्ली, 13 मार्च (भाषा) ओलंपिक खेलों के लिये प्रबल दावेदारों में शामिल दो एथलीट पिछले महीने पटियाला में हुई इंडियन ग्रां प्री (आईजीपी) में कराये गये डोप परीक्षण में विफल रहे। राष्ट्रीय डोपिंग रोधी एजेंसी (नाडा) के महानिदेशक नवीन अग्रवाल ने शनिवार को इसका खुलासा किया।

माना जा रहा है कि इनमें से एक एथलीट महिला चौकड़ी टीम की सदस्य है जिसने चार गुणा 400 मीटर रिले स्पर्धा में कई स्वर्ण पदक अपने नाम किये हैं और उसे तोक्यो जाने वाली टीम का हिस्सा बनना था। हालांकि न तो नाडा ने और न ही भारतीय एथलेटिक्स महासंघ (एएफआई) ने किसी नाम का खुलासा किया है।

अग्रवाल ने शनिवार को पीटीआई को बताया, ‘‘मैं नामों के बारे में टिप्पणी नहीं कर सकता, लेकिन हमने पटियाला में ग्रां प्री के दौरान नमूने लिये थे। दो मामले पॉजिटिव आये हैं लेकिन मैं इससे आगे कुछ नहीं बता सकता। ’’

उन्होंने कहा, ‘‘क्योंकि यह ओलंपिक वर्ष है तो हमारा ध्यान पूरी तरह से कोर ओलंपिक संभावित एथलीटों पर ही है जिनका नियमित रूप से परीक्षण किया जायेगा। इस साल हम सीनियर राष्ट्रीय स्तर से नीचे किसी का परीक्षण नहीं करेंगे। ’’

परीक्षण में जो प्रतिबंधित पदार्थ मिला है, वह ‘एनर्जी बूस्टर’ मिथाइलहेक्सान-2-अमाइन है जो विश्व डोपिंग एजेंसी की 2021 की प्रतिबंधित पदार्थों की सूची में शामिल हैं।

अभी तक इस एथलीट पर अस्थायी निलंबन नहीं लगाया गया है लेकिन बताया गया है कि उसे और दूसरे एथलीट को नाडा के डोपिंग रोधी अनुशासनात्मक पैनल के समक्ष प्रस्तुत होना होगा और साबित करना होगा कि प्रतिबंधित पदार्थ अनजाने में लिया गया था।

इसकी सजा दो से चार साल के प्रतिबंध के बीच हो सकती है लेकिन एथलीट के पास डोपिंग रोधी अपीली पैनल से निलंबन हटाने की मांग करने का मौका होगा

भाषा नमिता आनन्द

आनन्द