हमने शुरुआती ओवरों में ही मैच गंवा दिया था: डुप्लेसी

हमने शुरुआती ओवरों में ही मैच गंवा दिया था: डुप्लेसी

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  • Publish Date - April 23, 2022 / 10:44 PM IST,
    Updated On - November 29, 2022 / 08:30 PM IST

मुंबई, 23 अप्रैल (भाषा) सनराइजर्स हैदराबाद के खिलाफ इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) मैच में शर्मनाक हार झेलने के बाद रॉयल चैलेंजर्स बेंगलोर ( आरसीबी)  के कप्तान फाफ डुप्लेसी ने शनिवार को यहां कहा कि उनकी टीम ने शुरुआत कुछ ओवरों में ही मैच गंवा दिया था।

आरसीबी की टीम इस मैच में महज 68 रन पर आउट हो गयी। हैदराबाद ने आठ ओवर में एक विकेट के नुकसान पर 72 रन बनाकर मैच जीत लिया।

डुप्लेसी ने मैच के बाद पुरस्कार समारोह में कहा, ‘‘ हमने शुरुआती कुछ ओवरों में चार-पांच विकेट खोकर मैच को गंवा दिया था। शुरुआत में गेंदबाजों को मदद मिल रही थी लेकिन आपको इससे निपटने का तरीका आना चाहिये। ’’

उन्होंने कहा, ‘‘बाद में पिच आसान होते चली गयी और अगर हमने शुरुआत में विकेट नहीं गंवाये होते तो बड़ा स्कोर खड़ा कर सकते थे। हमें लगा था कि यह पिच बल्लेबाजी के लिए आसान होगी लेकिन किसी भी पिच पर शुरुआती ओवरों में आपको सावधानी बरतनी होती है।’’

उन्होंने मैच के दूसरे ओवर में लगातार गेंदों में अपना और विराट कोहली के विकेट लेने के बाद अनुज रावत को भी पवेलियन भेजने वाले तेज गेंदबाज मार्को यानसेन की तारीफ की।

उन्होंने कहा, ‘‘मार्को यानसेन ने (अपने) पहले ही ओवर में घातक गेंदबाजी की। उन्होंने दोनों तरफ गेंद को स्विंग कराया और कुछ बड़े विकेट लिये।’’

मैन ऑफ द मैच यानसेन ने कहा कि उन्हें कोहली और डुप्लेसी के विकेट से ज्यादा खुशी अनुज रावत को पवेलियन भेजने से हुई।

बायें हाथ के इस गेंदबाज ने कहा, ‘‘मैच चीजों को आसान रखने की कोशिश कर रहा था।  मैंने कोहली और डुप्लेसी के विकेट लिये लेकिन बायें हाथ के बल्लेबाज रावत को आउट करने से मुझे ज्यादा खुशी हुई।  यह सीमित ओवरों के खेल में मेरा सर्वश्रेष्ठ ओवर था।’’

हैदराबाद के कप्तान केन विलियमसन ने इस शानदार जीत का श्रेय अपने गेंदबाजों को दिया।

उन्होंने कहा,  ‘‘ यह हमारे लिए कुछ बेहतरीन दिनों में से एक था। गेंद हवा में स्विंग हो रही थी और हमारे तेज गेंदबाजों ने शानदार तरीके से इसका पूरा फायदा उठाया।’’

उन्होंने कहा, ‘‘ यह शानदार है कि हमारी टीम में चार अलग-अलग तरीके बेहतरीन तेज गेंदबाज हैं। यह पूरी टीम की तरफ से कमाल का प्रदर्शन था।’’

भाषा आनन्द

आनन्द