दोहा, सात दिसंबर (भाषा) युवा सिमरनप्रीत कौर बरार ने रविवार को यहां मुश्किल मुकाबले में जीत हासिल करके महिलाओं की 25 मीटर पिस्टल में स्वर्ण पदक जीता जबकि भारत के 50 मीटर राइफल थ्री पोजीशन चैंपियन ऐश्वर्य प्रताप सिंह तोमर ने आईएसएसएफ विश्व कप फाइनल में अपने पदार्पण में रजत पदक अपने नाम किया।
विश्व चैंपियनशिप की 25 मीटर रैपिड-फायर पिस्टल स्पर्धा के रजत पदक विजेता अनीश भानवाला ने भी साल का अंत शानदार तरीके से किया और दूसरा स्थान हासिल किया। जिससे भारत के पदकों की संख्या छह हो गई जिसमें दो स्वर्ण, तीन रजत और एक कांस्य पदक शामिल हैं।
दूसरे दिन भी शानदार प्रदर्शन के साथ भारत ने पदक तालिका में चीन के बाद दूसरा स्थान बनाए रखा। चीन के पास तीन स्वर्ण, दो रजत और तीन कांस्य पदक हैं।
इस साल की शुरुआत में लीमा में विश्व कप में रजत पदक जीतने वाली सिमरनप्रीत के पिता ने अपनी बेटी के लिए सरकारी नौकरी छोड़ दी थी। इस निशानेबाज ने फाइनल में 41 का शानदार स्कोर बनाकर अपने करियर की सबसे बड़ी उपलब्धि हासिल की और अपने माता-पिता को फक्र महसूस कराया। उन्होंने साथ ही विश्व जूनियर रिकॉर्ड की बराबरी भी की।
आठ निशानेबाजों के फाइनल के लिए क्वालीफाई करने वाली दूसरी भारतीय ईशा सिंह सातवें स्थान पर रहीं। ओलंपिक में दो कांस्य पदक जीतने वाली मनु भाकर क्वालिफिकेशन दौर में 581 के स्कोर के साथ नौवें स्थान पर रहने के बाद फाइनल में जगह नहीं बना पाईं।
क्वालिफिकेशन दौर में 21 साल की सिमरनप्रीत ने 585 के स्कोर से पांचवें स्थान से जबकि ईशा ने 585 के स्कोर से चौथे स्थान से फाइनल में जगह बनाई।
सिमरनप्रीत ने धीमी शुरुआत की जिसमें वह पहले पांच शॉट की सीरीज में तीन निशाने चूक गईं और आठवें (अंतिम) स्थान पर खिसक गईं।
लेकिन उसके बाद उन्होंने वापसी की और तीन परफेक्ट ‘5’ के शॉट लगाकर चीन की शीर्ष निशानेबाज और मौजूदा 10 मीटर एयर पिस्टल विश्व चैंपियन याओ कियानक्सुन (36 अंक से रजत) और जर्मनी की पूर्व विश्व चैंपियन डोरेन वेनेकैंप (कांस्य पदक) को पीछे छोड़ दिया।
भारतीय खिलाड़ी ऐश्वर्य चेकिया के जिरी प्रिव्रात्स्की से 0.9 अंक पीछे रहे। जिरी ने आईएसएसएसफ के 40 शॉट के नए प्रारूप में खेले गए फाइनल में 414.2 का स्कोर किया। ओलंपिक चैंपियन लियू युकुन ने कांस्य पदक जीता।
दो बार के ओलंपियन, पूर्व जूनियर विश्व चैंपियन और मौजूदा एशियाई चैंपियन ऐश्वर्य ने पिछले महीने विश्व चैंपियनशिप में भी रजत पदक जीता था।
ऐश्वर्य ने क्वालिफिकेशन में 595 का स्कोर किया और चीन के टियान जियामिंग के बाद दूसरे स्थान पर रहे। टियान ने 598 के विश्व रिकॉर्ड के साथ शानदार प्रदर्शन किया।
‘एथलीट ऑफ द ईयर’ नॉर्वे के जॉन-हरमन हेग और हंगरी के दिग्गज इस्तवान पेनी शीर्ष आठ में शामिल अन्य शीर्ष निशानेबाज थे।
ऐश्वर्य नीलिंग पोजीशन में 10 शॉट में 102.8 के स्कोर के साथ चौथे स्थान पर थे। दूसरी प्रोन पोजीशन के अगले 10 शॉट में ऐश्वर्य ने अपनी लय पकड़ी। वह 52.9 और 52 की मजबूत सीरीज के साथ लीडरबोर्ड पर दूसरे स्थान पर पहुंच गए।
इस बीच प्रिव्रात्स्की 3.3 अंक आगे थे। ओलंपिक चैंपियन लियू तीसरे स्थान पर थे। इसके बाद ऐश्वर्य ने अगले 10 शॉट्स में प्रिव्रात्स्की को पछाड़ दिया और अंतर को 1.5 अंक तक कम कर दिया। 31वें शॉट के बाद यह 0.5 अंक तक कम हो गया।
33वें शॉट के बाद ऐश्वर्य ने बढ़त बना ली। अंतिम दो शॉट्स से पहले अंतर महज 0.3 अंक का था। पर फिर प्रिव्रात्स्की आगे हो गए और स्वर्ण पदक जीत लिया जो इस साल उनका तीसरा आईएसएसएफ स्वर्ण पदक था।
ऐश्वर्य ने भी साल के शुरूआती हिस्से में निराशाजनक प्रदर्शन के बाद साल का अंत शानदार तरीके से किया। यह दोहा में इस टूर्नामेंट में भारत का चौथा पदक भी था।
महिलाओं की थ्री पोजीशन स्पर्धा में सिफत कौर सामरा और महिलाओं की 25 मीटर पिस्टल में मनु भाकर क्वालिफिकेशन चरण से आगे नहीं बढ़ पाईं।
सिफत ने अपनी रिले में 584 का स्कोर किया और 10वें स्थान पर रहीं, जबकि मनु 581 के स्कोर के साथ अपने नौवें स्थान पर रहीं।
25 मीटर रैपिड फायर पिस्टल में अनीश ने मौजूदा विश्व चैंपियन फ्रांस के क्लेमेंट बेसागुएट के साथ तनावपूर्ण शूट-ऑफ में जीत हासिल करके खुद को स्वर्ण पदक की दौड़ में बनाए रखा।
लेकिन चीन के पेरिस ओलंपिक चैंपियन ली यूहोंग ने 33 अंक के साथ स्वर्ण पदक जीत लिया जबकि अनीष ने 31 अंक से रजत पदक जीता। बेसागुएट तीसरे स्थान पर रहे और ओलंपियन विजयवीर सिद्धू उनके पीछे चौथे स्थान पर रहे।
भाषा नमिता आनन्द
आनन्द