मुंबई, 18 अप्रैल् (भाषा) राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) ने रविवार को आरोप लगाया कि भाजपा यह सुनिश्चित करने का प्रयास कर रही है कि महाराष्ट्र को रेमडेसिविर की खेप नहीं मिले।
पार्टी ने आश्चर्य व्यक्त किया कि भाजपा नेता क्यों भयभीत हो गए जब मुंबई पुलिस ने कोविड-19 का दवा बनाने वाली दमन की कंपनी के निदेशक से पूछताछ की।
फार्मा कंपनी के निदेशक से पूछताछ के बाद महाराष्ट्र भाजपा के शीर्ष नेताओं के शनिवार देर रात बीकेसी पुलिस थाने में देखे जाने का संदर्भ देते हुए राकांपा प्रवक्त नवाब मलिक ने कहा, ‘‘ कुछ तो संदिग्ध है।’’
उल्लेखनीय है कि रेमडेसिविर को कोविड-19 के गंभीर मरीजों पर इस्तेमाल के लिए अधिसूचित किया गया है। संक्रमण के मामलों में हुई अचानक वृद्धि के बाद इस इंजेक्शन की भी मांग बढ़ी है जिसे देखते हुए केंद्र सरकार ने स्थिति सुधरने तक इस दवा के निर्यात पर रोक लगा दी है।
अधिकारी ने बताया कि पुलिस ने शनिवार को दमन की दवा निर्माता कंपनी ब्रक फार्मा के निदेशक राजेश दोकानिया से पूछताछ की थी। यह पूछताछ कंपनी द्वारा उत्पादित रेमडेसिविर टीके की हजारों खुराक को दूसरे देश भेजने की सूचना मिलने के बाद की गई थी।
महाराष्ट्र में विपक्षी भाजपा नेताओं ने फार्मा कंपनी के अधिकारी से मुंबई पुलिस की पूछताछ पर आपत्ति जताई थी और आरोप लगाया था कि राज्य सरकार महामारी के बीच राजनीति कर रही है।
दोकानिया से पूछताछ की सूचना मिलने के बाद विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष देवेंद्र फडणवीस और विधान परिषद में नेता प्रतिपक्ष प्रवीण दारेकर पुलिस थाने गए थे।
नवाब मलिक ने रविवार को सवांददाताओं से कहा, ‘‘ जब विपक्षी दल के दो नेता और दो विधायक दोकानिया को हिरासत में लेने के बाद देर रात पुलिस थाने गए, तो कुछ तो संदिग्ध है।’’
उन्होंने आरोप लगाया, ‘‘ भाजपा सुनिश्चित करना चाहती है कि महाराष्ट्र को रेमडेसिविर नहीं मिले।’’
बता दें कि राकांपा, शिवसेना और कांग्रेस के साथ राज्य की सत्ता में है।
मलिक ने कहा, ‘‘राज्य भाजपा के नेता क्यों भयभीत हैं? भाजपा नेताओं को महाराष्ट्र की जनता को बताना चाहिए कि वे क्यों दोकानिया का ‘पक्ष’ ले रहे हैं।’’
उन्होंने कहा कि केंद्र द्वारा रेमडेसिविर के निर्यात पर रोक लगाए जाने के बाद दोकानिया ने महाराष्ट्र सरकार से संपर्क कर इन इंजेक्शन को महाराष्ट्र में बेचने की अनुमति मांगी थी।
मलिक ने कहा कि राज्य के खाद्य एवं औषधि प्रशासन (एफडीए) मंत्री राजेश शिंगणे ने दोकानिया और दारेकर से मुलाकात की थी।
राकांपा प्रवक्ता ने कहा कि जब पुलिस को सूचना मिली कि कंपनी के पास रेमडेसिविर की खेप है तो दोकानिया को पूछताछ के लिए बुलाया गया लेकिन फडणवीस और दारेकर दो भाजपा विधायकों प्रसाद लाड और पराग अल्वाणी के साथ वहां पहुंच गए।
मलिक ने सवाल किया, ‘‘ उन्होंने यह क्यों किया?
उन्होंने कहा, ‘‘जब दोकानिया ने राज्य में दवा बेचने के लिए एफडीए की मंजूरी संबंधी दस्तावेज दिखाए तो उन्हे जाने दिया गया। भाजपा नेताओं को स्पष्ट करना चाहिए कि उनका दोकानिया से क्या संबंध है।’’
इस बीच, राकांपा के प्रदेश अध्यक्ष एवं जल संसाधन मंत्री जयंत पाटिल ने ट्वीट कर कहा कि मुंबई पुलिस ने पिछली रात वैध तरीके से अपने कर्तव्य का निवर्हन किया।
भाषा धीरज नीरज
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