किसानों की समस्याओं को रेखांकित करने के लिये व्यापक अभियान शुरू करेगा बीकेयू

किसानों की समस्याओं को रेखांकित करने के लिये व्यापक अभियान शुरू करेगा बीकेयू

किसानों की समस्याओं को रेखांकित करने के लिये व्यापक अभियान शुरू करेगा बीकेयू
Modified Date: November 29, 2022 / 07:55 pm IST
Published Date: July 8, 2021 2:59 pm IST

गाजियाबाद, आठ जुलाई (भाषा) भारतीय किसान यूनियन (बीकेयू) ने बृहस्पतिवार को घोषणा की कि वह अगस्त से उत्तर प्रदेश में जिला-स्तरीय बैठकें शुरू कर देश में किसानों की समस्याओं और अन्य मुद्दों को रेखांकित करेगा।

बीकेयू ने कहा कि अभियान का केन्द्र योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व वाले राज्य में बिजली की ऊंची दरों और गन्ना किसानों के लंबित बकाया राशि का मुद्दा होगा। बीकेयू नए कृषि कानूनों के खिलाफ नवंबर 2020 के बाद से दिल्ली-उत्तर प्रदेश सीमा पर गाजीपुर में संयुक्त किसान मोर्चा के बैनर तले चल रहे आंदोलन में शामिल है।

बीकेयू के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत ने कहा कि अभियान की रणनीति पर चर्चा के लिये 11 जुलाई को उनकी किसान यूनियन की मंडल स्तरीय समितियों की बैठक होगी।

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टिकैत ने गाजीपुर बॉर्डर पर संवाददाता सम्मेलन में कहा, ”अभियान एक अगस्त से राज्य के 18 मंडलों में फैले प्रत्येक जिले में शुरू होगा।”

उन्होंने कहा कि एक अगस्त से मंडल स्तरीय समितियां अपने क्षेत्र के प्रत्येक जिले में तीन कृषि कानूनों की समस्याओं और राज्य देश से जुड़े अन्य मुद्दों को उजागर करने के लिए काम करेंगी ।

उन्होंने कहा, ”इन जागरूकता अभियानों के दौरान उत्तर प्रदेश में बिजली की ऊंची कीमत और किसानों के गन्ने के बकाया पर विशेष ध्यान दिया जाएगा।”

बीकेयू ने दावा किया कि राज्य में किसानों का 8,500 करोड़ रुपये गन्ने का बकाया है। साथ ही उत्तर प्रदेश में एक किलो वाट बिजली के लिये 175 रुपये वसूले जाते हैं, जिसकी कीमत हरियाणा में 35 रुपये है जबकि दोनों राज्यों में भाजपा की सरकार है।

भाषा जोहेब नरेश

नरेश


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