छत्तीसगढ़ कांग्रेस में एक बार फिर गुटबाज़ी शुरू हो गयी है बताया जा रहा है कि दरअसल एससी-एसटी के मुद्दे पर बुलाई गई कांग्रेस की प्रेस कांफ्रेंस के पहले ही इतना हंगामा हुआ की ठीक प्रेस वार्ता के पहले कई बड़े नेता चले गए। विवाद की मुख्य वजह छाया वर्मा की प्रेस वार्ता को ही बताया जा रहा है। कांग्रेस भवन के सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार मीडिया विभाग के चेयरमेन ने डाॅ.शिव डहरिया, रामदयाल उइके और शिशुपाल सोरी की प्रेस कांफ्रेंस की सूचना मीडिया को दी थी. यह कांफ्रेंस शुक्रवार को दोपहर 12.30 सुनिश्चित किया गया था, लेकिन बिना पूर्व सूचना के राज्यसभा सांसद छाया वर्मा ने प्रेस कांफ्रेंस ले ली.
इस बारे में मीडिया विभाग के चेयरमेन शैलेष नितिन त्रिवेदी ने कहा कि- कांग्रेस के दोनों कार्यकारी अध्यक्षों को गलतफहमी हुई है. मेरी वजह से अगर नेता नाराज हुए हैं, तो मैं माफी मांगता हूं. शैलेष नितिन त्रिवेदी ने प्रेस कांफ्रेंस रद्द होने की वजह से मीडिया से भी माफी मांगता हु। कांग्रेस सांसद छाया वर्मा ने प्रदेश की कानून-व्यवस्था पर कड़ा प्रहार करते हुए यहां बच्चियों और महिलाओं को बेहद असुरक्षित बताया है. उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ में हर दिन 7 महिलाओं और बच्चियों के साथ बलात्कार होता है और सरकार महिलाओं के उत्पीड़न को रोकने में नाकाम साबित हुई है.