रायपुर। बांसुरी की मधुर धुन सुनना हर किसी को अच्छा लगता है। अक्सर आपने कई कलाकारों को बांसुरी की मधुर धुन बजाते देखा होगा। आज हम ऐसे ही एक कलाकार की बात कर रहे हैं। ये शख्स अन्य कलाकारों की तरह बांसुरी नहीं बजाता बल्कि इनकी बांसुरी की धुन और अंदाज अलग है। ऐसा इसलिए क्योंकि बृजलाल नेताम अपने मुंह से नहीं, बल्कि अपनी नाक से बांसुरी बजाते हैं। बृजलाल नेताम अपने इस हुनर का प्रदर्शन छत्तीसगढ़ के कांकेर की सड़कों पर कर रहे हैं, जिससे वो कुछ आय भी अर्जित करते हैं।
बता दें कि छत्तीसगढ़ के इस कलाकार की तारीफ प्रधानमंत्री मोदी भी कर चुके हैं। जी हां, कोडांगाव जिले के बाडागांव निवासी बृजलाल की बांसुरी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को भी मंत्रमुग्ध कर दिया था। बृजलाल ने अपनी नाक से बांसुरी बजाकर प्रधानमंत्री को मधुर धुन सुनाई थी।
45 साल का बृजलाल नेताम अपनी दोनों आंखों से दिव्यांग है, नेताम ने अपनी आंखों की रोशनी बचपन में ही खो दी थी। तब से ही वह बांसुरी बजा कर और बेचकर अपना जीवन यापन कर रहा है। बृजलाल पहले मुंह से बांसुरी बजाता था, लेकिन एक दुर्घटना ने उनके अंदर एक नया हुनर दे दिया। दरसअल, बृजलाल एक दिन सड़क पार करते हुए दुर्घटना का शिकार हो गए और उनका जबड़ा और दांत टूट जाने के कारण वो बांसुरी बजाने में असमर्थ थे। लेकिन इसके बाद भी बृजलाल ने हार ना मानते हुए नाक से बांसुरी बजाने का अभ्यास किया और अब वो नाक से बांसुरी बजा कर लोगों का मनोरंजन कर रहे हैं। बृजलाल बताते हैं कि उन्हें सरकार की पेंशन योजना के तहत 350 रुपए मिलते हैं और प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत उन्हें घर भी मिला है।
वेब डेस्क, IBC24