सीएम भूपेश बघेल का निर्देश ‘कोई भूखा पेट न सोए’, प्रशासन ने जरूरतमंदों तक निःशुल्क भोजन पहुंचाने बनाई फूड श्रृंखला

सीएम भूपेश बघेल का निर्देश 'कोई भूखा पेट न सोए', प्रशासन ने जरूरतमंदों तक निःशुल्क भोजन पहुंचाने बनाई फूड श्रृंखला

  •  
  • Publish Date - March 28, 2020 / 12:31 PM IST,
    Updated On - November 29, 2022 / 08:35 PM IST

रायपुर। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा है कि कोराना वायरस के कारण बनी लॉकडाउन की स्थिति में किसी को भूखे पेट सोने नहीं देंगें, उनके इस निर्देशों को चरितार्थ करने जिला प्रशासन और नगरीय प्रशासन ने भिखारियों, बेसहारा, जरूरतमंद, दिहाड़ी मजदूरों, मंदबुद्धि ,निराश्रित व रोजी-रोटी के लिए बाहर नहीं जा पा रहे व्यक्तियों एवं परिवारों के लिए भोजन पहुंचाने के लिए बड़ा नेटवर्क तैयार कर शहर के हर छोर तक अपनी पहुंच बनाई है। सबसे बड़ी बात है की इस कार्य में स्वयंसेवी संस्थाएं, सेवाभावी संगठन और नागरिक भी सामने आकर मदद कर रहे हैं।

ये भी पढ़ें:लॉक डाउन के मुख्यमंत्री की पत्नी मुक्तेश्वरी बघेल ने दिखाई दरियादिली, गुजरात से आए श्रद्धालुओं को…

इसके लिए रायपुर में ‘स्पेशल फूड सेल’ की स्थापना की गई है। कलेक्टर डॉ. एस भारतीदासन, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक आरिफ शेख, जिला पंचायत के सीईओ डॉ. गौरव कुमार सिंह और नगर निगम आयुक्त सौेरभ कुमार के निर्देशन में दिनांक 25 मार्च से यह कंट्रोल रूम 24 घंटे काम कर रहा है। इस कंट्रोल रूम के दूरभाष क्रमांक 0771- 4055574 पर जरूरतमंद व्यक्ति या परिवार सीधे कॉल कर अपनी जरुरत से अवगत करा सकते हैं। इस दूरभाष पर क्षेत्र के जनप्रतिनिधि, प्रशासनिक अधिकारी, सामाजिक संगठन भी जरुरतमंद व्यक्तियों की जानकारी भेजकर भोजन सुविधा में सहायता कर रहे हैं।

ये भी पढ़ें: डीजीपी ने तीन डीएसपी को किया निलंबित, ड्यूटी पर रिपोर्ट नहीं करने …

इस स्पेशल सेल और विभिन्न संगठनों व माध्यम से रायपुर में प्रतिदिन औसतन 8000 फूड पैकेट बांटे जा रहे हैं। लंबी दूरी के मालवाहकों के चालकों, श्रमिकों, अस्पतालों, रेलवे स्टेशन आदि क्षेत्रों में भी फूड पैकेट वितरित किए जा रहे हैं। इस काम में नगर निगम की 70 सामाजिक संस्थाएं व उनके लगभग 2 हजार वालेंटियर्स मदद कर रहे हैं।

ये भी पढ़ें: ग्वालियर में मिला एक ओर कोविड 19 पॉजिटिव मरीज, जिले में संक्रमितों …

सामाजिक संस्थाएं अपने संसाधनों से कोरोना के रोकथाम के लिए सभी आवश्यक प्रबंध व सावधानी बरतते हुए भोजन तैयार कर इसका वितरण कर रही है । कंट्रोल रूम में जिला पंचायत, रायपुर स्मार्ट सिटी, महिला बाल विकास, मत्स्य, शिक्षा, रोजगार विभाग के जिला अधिकारियों को तैनात किया गया है एवं त्वरित भोजन उपलब्ध कराने के लिए एनजीओ का सहयोग लिया जा रहा है, जो भोजन की सुविधा उपलब्ध कराने फोन कॉल के बाद तत्काल रवाना होकर जरूरतमंद तक पहुंचाते हैं।

ये भी पढ़ें: ‘लॉकडाउन में ड्यूटी कर रहे पुलिस अधिकारी-कर्मचारियों को मिले बेहतर …

नगर निगम के सभी 8 जोन में नियंत्रण कक्ष स्थापित किए हैं, जो ऐसे परिवारों को चिन्हित कर रही हैं जिन्हें राशन कार्ड ना होने या खाद्यान्न लेने में असुविधा हो रही है या ऐसे परिवारों जिनके पास राशन कार्ड उपलब्ध नहीं है अथवा किसी वजह से राशन प्राप्त नहीं कर पा रहे हैं, ऐसे परिवारों की सहायता के लिए वर्तमान में 15,000 अनाज के पैकेट तैयार कराएं जा रहे हैं, जिससे उनकी जरुरतें पूरी हो सकें।

ये भी पढ़ें: आर्मी वर्कशॉप में हादसा, गन की रिपेयरिंग के दौरान फटा सिलेंडर, 1 की…

रायपुर नगर निगम के अपने कंट्रोल एवं कमांड सेन्टर में दूरभाष क्र. 0771-4320202 के माध्यम से जोन एवं वार्डवार फल, सब्जी, अनाज, दवाएं व अन्य उपयोगी वस्तुओं की होम डिलीवरी हेतु 280 दुकानों की दुकानों की जानकारी आम लोगों को दी जा रही है, इस सुविधा का उपयोग क्षेत्रवासी घर बैठे आवश्यक सामग्री प्राप्त करने के लिए कर रहे हैं। कलेक्टर ने अपील है कि इस सेवाभावी कार्य में किसी भी रूप में सहयोग करने वाले इच्छुक नागरिक एवं संस्थाओं कंट्रोल रूम के फोन नम्बर पर अपनी जानकारी दे सकतें है।

ये भी पढ़ें: सभी शासकीय एवं निजी चिकित्सालय में अत्यावश्यक सेवाओं में कार्य करने…

सिक्ख समाज गुरूद्वारा के संयोजक श्री गुरूचरण सिंह होरा ने बताया है कि रायपुर में स्थित 16 गुरूद्वारों में से 12 गुरूद्वारों में जरूरतमंदो केे लिए 2 टाइम लंगर की व्यवस्था की जा रही है। इसे बढ़ा कर 24 घन्टे किया जाएगा। शहर के 25 हजार बेहद गरीब परिवारों को 600 रू की लागत से आवश्यक खाद्य सामाग्री के पैकेट उपलब्ध कराये जायेगें।

ये भी पढ़ें: नागरिक और स्वयंसेवी संस्था भी कर सकते है मदद, लॉकडाउन में की जा रही…

वहीं रायपुर नगरनिगम के वार्ड क्रमांक 35 के पार्षद आकाश तिवारी ने प्रण लिया है कि उनके वार्ड में कोई व्यक्ति भूखा न सोए। उन्होने डोर टू डोर जाकर जरूरतमंद नागरिकों से भोजन की जानकारी लेकर भोजन वितरित किया है। उन्होंने स्वयं आवश्यक सामाग्री की दुकानों के सामने सोशल डिस्टेंसिंग बनाने के लिए चूना से गोला बनाया है।