मुजफ्फरनगर, छह अक्टूबर (भाषा) उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर में कांग्रेस के सैकड़ों कार्यकर्ताओं और समर्थकों ने हाल ही में अधिनियमित केंद्रीय कृषि कानूनों के खिलाफ मंगलवार को एक ट्रैक्टर विरोध मार्च निकाला। कांग्रेस ने इन कानूनों को किसान विरोधी बताया और इन्हें वापस लेने की मांग की।
महा किसान पंचायत के तहत विरोध मार्च निकाला गया। यह बुडाहन मोड से शुरू हुआ और शहर के विभिन्न हिस्सों से होकर गुजरते हुये सरकारी कॉलेज में जाकर समाप्त हो गया।
उत्तर प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू ने हिंदी में एक ट्वीट में विरोध स्थल की तस्वीरें टैग करते हुए कहा, ‘‘यह मुजफ्फरनगर की क्रांतिकारी भूमि है। अगर किसान देश को खिलाने के लिए जमीन पर हल चला सकते हैं, तो वे उनके अधिकारों को छीनने वाले शासकों को भी उखाड़ फेंक सकते हैं।’’
उन्होंने कहा, ‘‘यह किसानों, उनके बेटों का सिंहनाद है। हम किसानों की जमीन को लुटने नहीं देंगे। सरकार को काले कानूनों को वापस लेना होगा।’’
विरोध मार्च में भाग लेने वाले अन्य लोगों में राज्य कांग्रेस उपाध्यक्ष पंकज मलिक और जाट नेता और पूर्व सांसद हरेंद्र मलिक भी शामिल थे।
उन्होंने तीन कानूनों को ‘काला कानून’ करार दिया।
लल्लू ने एक अन्य ट्वीट में कहा, “मोदी सरकार ने पूंजीपतियों को कृषि क्षेत्र सौंपने के इरादे से किसानों पर तीन काले कानून थोपे हैं। देश भर में कांग्रेस पार्टी राहुल जी के नेतृत्व में आंदोलन कर रही है।’’
भाषा कृष्ण नरेश
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