भिलाई। सरकार के डेंगू नियंत्रण के लाख दावों के बीच फिर एक मरीज जिंदगी की जंग हार गया। रायपुर के निजी अस्पताल में भिलाई के छावनी स्थित शंकर नगर मे छाया वैष्णव ने दम तोड़ दिया। मिली जानकारी के अनुसार 19 वर्षीय युवती को भिलाई से रायपुर उपचार के लिए रेफर किया गया था। लेकिन डॉक्टर भी छाया की जान नही बचा सके वहीं परिजनों ने रॉयपुर के एक निजी अस्पताल पर पैसे लेने का आरोप भी लगाया है।
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ज्ञात हो कि भिलाई शहर डेंगू में निपटने में अब प्रशासन के सारे उपाय फेल हो चुके है, जिले में हालात बद से बदतर होते जा रहे है, दिल्ली से आई केंद्रीय जांच दल ने कल भिलाई के प्रभावित क्षेत्र छावनी बस्ती का निरीक्षण किया था। जांच दल में नेशनल सेंटर फॉर डिसीस कंट्रोल(NCDC) के दिल्ली से सहायक निर्देशक डॉ अमर भदौरिया और जगदलपुर NCDC की विशेषज्ञ मौजूद थे । जिले में 22 लोगो की जान अब तक डेंगू से हो चुकी है, बीती रात डेंगू से छावनी के शंकर नगर में मौत हो गई।
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मरने वालों का आंकड़ा दिनों दिन बढ़ता जा रहा है। इधर प्रशासनिक अमला डेंगू नियंत्रण की बात कहते नहीं थक रहे हैं। इधर अस्पताल में डेंगू पॉजीटिव मरीजों की संख्या फिर से बढऩे लगी है। जिला प्रशसन ले अनुसार अब तक 600 से अधिक डेंगू के पोसिटिव मरीज सामने आए हैं। लेकिन अस्पतालों में निशुल्क इलाज की घोषणा के बाद भी रॉयपुर के श्री बालाजी अस्पताल ,और खुर्शीपार के आईएमआई हॉस्पिटल में इलाज के बदले पैसे मांगने का आरोप परिजनों ने लगाया है। छावनी में बीएससी फर्स्ट ईयर की छात्रा छाया वैष्णव की मौत के बाद गुस्साए स्थानीय नागरिकों ने ट्रांसपोर्ट नगर सड़क पर तीन घण्टे तक चक्का जाम कर दिया लम्बा जाम लगा दिया और प्रशासन से छावनी सभी अवैध खटालो को हटाने की मांग की , हरकत में आई पुलिस प्रशासन और निगम के तोड़फोड़ अमले ने खटाल को हटाने की कार्यवाई शुरू की, खटाल संचालको को खटाल हटाने के नोटिस दिए है।
वेब डेस्क IBC24