शीतकालीन सत्र में जीरो ईयर वाले मेडिकल कॉलेजों की गूंज, छात्रों के हित में जल्द फैसला लेगी सरकार

शीतकालीन सत्र में जीरो ईयर वाले मेडिकल कॉलेजों की गूंज, छात्रों के हित में जल्द फैसला लेगी सरकार

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  • Publish Date - November 26, 2019 / 05:37 AM IST,
    Updated On - November 29, 2022 / 07:45 PM IST

रायपुर। छत्तीसगढ़ विधानसभा के शीतकालीन सत्र के दूसरे दिन सदन की कार्यवाही की शुरुआत में ही प्रदेश के मेडिकल कॉलेजों की जानकारी मांगी गई। कांग्रेस सदस्य अरूण वोरा ने प्रदेश के एमबीबीएस और पीजी कॉलेज की जानकारी मांगी। सूबे के स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव ने बताया कि प्रदेश में एमबीबीएस की 1220 सीटें हैं। इनमे से शासकीय चिकित्सा महाविद्यालयों की 770 सीटें एवं निजी कॉलेजों में 450 सीटें शामिल हैं।

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दुर्ग में मेडिकल कॉलेज की मांग पर स्वास्थ्य मंत्री ने बताया कि मेडिकल कॉलेज के लिए 25 एकड़ जमीन की जरूरत होती है। वर्तमान में दुर्ग जिला चिकित्सालय के पास 25 एकड़ जमीन नहीं है। इसलिए मेडिकल कॉलेज खोलने का प्रस्ताव प्रेषित नहीं किया गया। सिंहदेव के मुताबिक वर्तमान में रायपुर में 118, सिम्स बिलासपुर में 6 पोस्ट ग्रेजुएट और जगदलपुर में 6 DNB की सीटें हैं।

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चर्चा के दौरान सरकार ने ज़ीरो ईयर वाले मेडिकल कॉलेजों की भी जानकारी दी। चन्दूलाल चंद्राकर मेडिकल कॉलेज के जीरो ईयर घोषित होने पर विपक्ष ने छात्रों के भविष्य चिंता करते हुए सवाल उठाए। इस पर सरकार ने जल्द से जल्द छात्र के हित में निर्णय लेने की बात कही। बता दें भिलाई स्थित चंदूलाल चंद्राकर मेडिकल कॉलेज पिछले तीन सालों से जीरो ईयर हो रहा है। कॉलेज में पढ़ने वाले छात्रों को दूसरे कॉलेजों में शिफ्ट करने की तैयारी चल रही है।

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