आपस में भिड़े भाजपा कार्यकर्ता और पुलिसकर्मी, निलंबित हुआ सिपाही, इंस्पेक्टर के खिलाफ जांच शुरू

आपस में भिड़े भाजपा कार्यकर्ता और पुलिसकर्मी, निलंबित हुआ सिपाही, इंस्पेक्टर के खिलाफ जांच शुरू

  •  
  • Publish Date - September 20, 2020 / 08:42 AM IST,
    Updated On - November 29, 2022 / 08:53 PM IST

अलीगढ़: अलीगढ़ जिले में वाहन निरीक्षण के दौरान एक पुलिसकर्मी द्वारा भाजपा कार्यकर्ता से कथित रूप से दुर्व्यवहार किए जाने के बाद पार्टी कार्यकर्ताओं और पुलिस के बीच टकराव की नौबत आ गयी। इस मामले में आरोपी सिपाही को निलंबित कर दिया गया है और एक इंस्पेक्टर के खिलाफ जांच के आदेश दिए गए हैं।

Read More: राहुल गांधी ने बोला हमला, कहा- ‘मोदी सरकार के कृषि-विरोधी कदम, काले कानून से किसानों को कैसे मिलेगा फायदा?

वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक मुनिराज जी. ने रविवार को बताया कि शनिवार को मसूदाबाद चौराहे पर वाहनों की चेकिंग के दौरान तनिष्क मित्तल नामक भाजपा कार्यकर्ता से बन्नादेवी थाने में तैनात सिपाही का वाहन के कागजात ना होने को लेकर विवाद हो गया। उन्होंने बताया कि काफी कहासुनी होने के बाद मित्तल को थाने लाया गया था जिसके बाद थाना परिसर में बड़ी संख्या में भाजपा कार्यकर्ताओं की भीड़ इकट्ठा हो गई और पुलिस तथा कार्यकर्ताओं के बीच टकराव की नौबत आ गई।

Read More: पूर्व सीएम कमलनाथ बोले- बीजेपी सरकार किसानों के साथ कर रही मजाक

पुलिस क्षेत्राधिकारी राघवेंद्र सिंह के मुताबिक किसी कार्यकर्ता की सूचना पर अलीगढ़ से भाजपा विधायक संजीव राजा भी मौके पर पहुंच गए और इस दौरान उन्होंने तथा पुलिस के वरिष्ठ अधिकारियों ने मौके पर पहुंचकर नाराज कार्यकर्ताओं को समझाया-बुझाया। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक मुनिराज जी. ने कहा कि इस मामले में भाजपा कार्यकर्ता से दुर्व्यवहार के आरोपी सिपाही को निलंबित कर दिया गया है वहीं, इसी आरोप में एक पुलिस इंस्पेक्टर के खिलाफ जांच के आदेश भी दिए गए हैं।

Read More: बीएसपी कर्मी ने की खुदकुशी, कॉपर चोरी के मामले में किया गया था सस्पेंड

भाजपा विधायक संजीव राजा ने कहा कि वाहनों की चेकिंग के दौरान भाजपा कार्यकर्ता मित्तल ने पुलिस से आग्रहपूर्वक कहा था कि वह अपनी गाड़ी के कागजात साथ में लाना भूल गए हैं और वह उन्हें अपने घर से लाकर पुलिस के सामने पेश कर देंगे मगर इसके बावजूद पुलिस ने बदतमीजी शुरु कर दी। संजीव ने कहा कि पुलिस को वाहन चेकिंग करने का अधिकार है लेकिन इसकी आड़ में उसे जिम्मेदार नागरिकों और आम लोगों से अभद्रता करने का लाइसेंस नहीं मिल जाता।

Read More: कृषि बिल पर राज्यसभा में जोरदार हंगामा, रूल बुक फाड़ी-माइक तोड़ा, कांग्रेस और आप सांसदों ने की नारेबाजी