गाजियाबाद (उप्र), 31 जनवरी (भाषा) राष्ट्रीय राजधानी के साथ लगी उत्तर प्रदेश की सीमा पर गाजीपुर में दिल्ली-मेरठ राजमार्ग पर एकत्र सैकड़ों किसान शनिवार रातभर लोक संगीत की धुनों पर नाचे जबकि रविवार सुबह भी प्रदर्शन स्थल पर और किसान समर्थकों का आना जारी रहा।
राजमार्ग के इस हिस्से पर दोनों ओर अवरोधक और कंटीली तार लगाकर सुरक्षा व्यवस्था कड़ी की गई है।
भारतीय किसान यूनियन (भाकियू) के नेतृत्व में किसान केंद्र के तीन नए कृषि कानूनों के विरोध में यहां पिछले साल 28 नवंबर से प्रदर्शन कर रहे हैं।
पश्चिमी उत्तर प्रदेश, हरियाणा, राजस्थान और उत्तराखंड से किसान गाजीपुर सीमा पर एकत्र हुए हैं। दिल्ली में गणतंत्र दिवस पर हुई हिंसा के बाद से यह प्रदर्शन कमजोर पड़ता दिख रहा था, लेकिन मुजफ्फरनगर में किसानों की महापंचायत ने इसमें ऊर्जा का संचार किया और बड़ी संख्या में प्रदर्शनकारी गाजीपुर बॉर्डर पर प्रदर्शन में शामिल होने पहुंच रहे हैं।
गाजियाबाद प्रशासन के अनुसार, वरिष्ठ पुलिस अधिकारी गाजीपुर बॉर्डर पर स्थिति पर नजर रखे हुए हैं।
अधिकारियों ने बताया कि प्रदर्शन स्थल पर आ रहे या स्थल की तरफ से जा रहे वाहनों की जांच की जा रही है और स्थल की निगरानी के लिए ड्रोन तैनात किए गए हैं।
जिला प्रशासन के एक अधिकारी ने कहा, ‘‘हालात काबू में हैं और उन पर नियमित रूप से नजर रखी जा रही है।’’
इस बीच, कड़ाके की ठंड और शीत लहर के बावजूद प्रदर्शन स्थल पर डेरा डाले किसानों के समूहों को लोक गीतों पर नाचते देखा गया।
नए कृषि कानूनों के विरोध में हजारों किसान हरियाणा और उत्तर प्रदेश से लगती दिल्ली की सीमाओं पर प्रदर्शन कर रहे हैं।
भाषा सिम्मी प्रशांत
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