मध्य प्रदेश में कुछ 90 लाख पशुओं में से 2.5 लाख पशुओं को आधार जैसी पहचान देने का काम पूरा कर लिया गया है. यहा कार्य प्रदेश में पशुओं की सेहत और नस्ल सुधार कर दूध उत्पादन में बढ़ोत्तरी और मवेशियों की अवैध तस्करी के साथ उन्हें पशुपालकों द्वारा लावारिस छोड़ने की प्रवृति पर रोक लगाने के लिए किया जा रहा है।
आपको बता दें कि ये महत्वाकांक्षी योजना राष्ट्रीय डेयरी विकास बोर्ड (एनबीबीडी) की है। इस योजना के तहत गोजातीय थेसिस के पशुओं के कानों में आधार नंबर जैसा टैग किया जा रहा है। इसके साथ ही पशु उत्पादकता और स्वास्थ्य के लिए सूचना तंत्र नामक राष्ट्रव्यापी रिकॉर्डिंग तंत्र बनाने के लिए इस तरीके से गायों और भैंसों को टैग किया जा रहा है।
यह योजना अलग-अलग चरणों में चलाई जायेगी, पहले चरण में 40 लाख टैग वितरित किए गए हैं और 2.5 लाख पशुओं की कानों पर यूआईडी नंबर टैग कर दिए गए हैं। दूसरे चरण में मध्य प्रदेश में सभी 90 लाख पशुओं को यूआईडी नंबर दे दिए जाएंगे।
वेब टीम IBC24