पखवाड़े भर के भीतर जोगी कांग्रेस में मेहूल मारू की आश्चर्यजनक ढ़ंग से वापसी

पखवाड़े भर के भीतर जोगी कांग्रेस में मेहूल मारू की आश्चर्यजनक ढ़ंग से वापसी

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  • Publish Date - May 5, 2018 / 03:05 AM IST,
    Updated On - November 29, 2022 / 08:36 PM IST

 

रायपुर। छत्तीसगढ़ जनता कांग्रेस से निष्काषित मेहूल मारू की पखवाड़े भर के भीतर वापसी हो गई है। पार्टी प्रमुख अजीत जोगी ने उनकी निष्काषन की कार्रवाई को रद्द कर दिया है। इसके पहले उन्होंने खुद वसूली की शिकायतों के आधार पर पार्टी से बाहर का रास्ता दिखा दिया था।

 

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राजनांदगांव में जोगी कांग्रेस के शहर अध्यक्ष रहे मेहूल मारू की आश्चर्यजनक ढ़ंग से महज 12 दिनों के बहाली हो गई है। उनके निष्काषन को रद्द करते हुए जोगी के हस्ताक्षर से जारी आदेश में कहा गया है कि जनरैल सिंह भाटिया की सहमति से उन्हें सभी उत्तरदायित्वों के निर्वहन के लिए बहाल किया जा रहा है।

 

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उल्लेखनीय है कि 12 दिन पहले जोगी कांग्रेस की कोर कमेटी की बैठक के आधी रात मेहूल मारू को पार्टी के जिलाध्यक्ष पद से हटाने का निर्देश जारी किया गया था। उन पर कार्रवाई करते समय यह दलील दी जा रही थी कि अजीत जोगी इस बार सीएम डॉ रमन सिंह के खिलाफ राजनांदगांव से चुनाव लड़ने की तैयारी में हैं। मेहूल मारू के खिलाफ लगातार वसूली के साथ-साथ पार्टी विरोधी गतिविधियों में रहने की शिकायतें मिल रही थीं। जिससे पार्टी को नुकसान हो रहा था। राजनांदगांव में जोगी कांग्रेस के मेहल मारू और जनरैल सिंह ही दो चेहरे हैं। जिसमें मेहल मारू उनके काफी करीबी माने जाते रहे हैं। जोगी के मारू से करीबी संबंधों का अंदाजा इस बात से  लगाया जा सकता है कि उनके लिए अजीत जोगी ने सौ गाड़ियों का काफिला लेकर आंदोलन भी किया था। ऐसे में मारू के निष्काषन और बहाली के सियासी मायने निकाले जा रहे हैं।

 

वेब डेस्क IBC24