किरंदुल। शुक्रवार की शाम नक्सलियों ने बचेली के प्रवेश द्वार के कुछ ही दूर मुख्य मार्ग पर पर्चे और बैनर लगाकर शनिवार को शहीद भगत सिंह , राज गुरु और सुखदेव के क्रांतिकारी आचरण को अपनाने और शाहिद दिवस मनाने का ऐलान किया है। पश्चिम बस्तर डिवीजन कमेटी द्वारा जारी इन पर्चो को मुख्य मार्ग में डालकर नक्सलियों ने अपनी मौजूदगी दर्ज कराई ।
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नक्सलियों द्वारा इस तरह के बैनर पोस्टर लगाने से ग्रामीणों में दहशत का माहौल है।किसी अप्रिय घटना के अंदेशे से इस दौरान राहगीरों में डर देखा जा रहा है। ज्ञात हो की देश के इतिहास में 23 मार्च को शहीद दिवस के रूप में मनाने की परम्परा है। इस दिन भगत सिंह और उनके साथी राजगुरु और सुखदेव को फांसी दिया जाना भारत के इतिहास में दर्ज सबसे बड़ी एवं महत्वपूर्ण घटनाओं में से एक है। शहीद भगत सिंह आजादी के आंदोलन के ऐसे सिपाही रहे हैं, जिनका जिक्र आते ही शरीर में जोश दौड़ जाता है और रोंगटे खड़े हो जाते हैं. खुद को देशभक्ति के जज्बे से भरने के लिए उनका नाम लेना ही काफी है। भगत सिंह ने अंग्रेजों से लोहा लिया और असेंबली में बम फेंककर उन्हें सोती नींद से जगाने का काम किया था। , असेंबली में बम फेंकने के बाद वे भागे नहीं और जिसके परिणामस्वरूप उन्हें फांसी की सजा दी गई थी।