औरंगाबाद, दो नवम्बर (भाषा) विवाह पंडाल लगाने वाले लोगों, फोटोग्राफ़रों और विभिन्न अन्य कार्यक्रम प्रबंधन पेशेवरों ने अपने व्यवसायों को फिर से शुरू करने की मांग को लेकर सोमवार को औरंगाबाद जिला कलेक्टर कार्यालय के बाहर धरना दिया।
प्रदर्शनकारी काली कमीज और टोपी पहने हुए थे। उन्होंने नारेबाजी की और कहा कि जब कोविड-19 महामारी के बीच महाराष्ट्र में विभिन्न अन्य व्यावसायिक गतिविधियों को फिर से खोल दिया गया है, तो उनके व्यवसायों को भी फिर से शुरू करने की अनुमति दी जानी चाहिए।
स्थानीय मण्डप आयोजक, फोटोग्राफर, संगीत बैंड और ऑर्केस्ट्रा कलाकार, टेंट डीलर, कार्यक्रम हॉल एवं लॉन, कैटरर्स, फ्लॉवर डेकोरेटर्स के प्रतिनिधि विरोध प्रदर्शन में शामिल थे।
स्थानीय मण्डप वेलफेयर एसोसिएशन के एक सदस्य ने पीटीआई-भाषा से कहा, ‘‘सरकार ने साप्ताहिक बाजारों को खोलने की अनुमति दी है लेकिन हमें नहीं जो शादियों और अन्य संबंधित व्यवसायों के आयोजन से जुड़े हैं।’’
उन्होंने कहा कि प्रत्येक कार्यक्रम में सैकड़ों मजदूरों को काम मिलता है और लॉकडाउन से वे सबसे अधिक प्रभावित हैं।
भाषा अमित नेत्रपाल
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