स्कूल के इंडोर स्टेडियम में रखी किताबें न बंट सकी न बच्चे खेल पा रहे

स्कूल के इंडोर स्टेडियम में रखी किताबें न बंट सकी न बच्चे खेल पा रहे

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  • Publish Date - September 1, 2017 / 03:21 PM IST,
    Updated On - November 29, 2022 / 08:05 PM IST

जबलपुर में सत्र 2017-18 के लिए नगर एक और नगर दो ब्लॉक के 52 सरकारी स्कूलों में पढ़ने वाले 9वीं से लेकर 12वीं के छात्र-छात्राओं को शासन की योजना के तहत निःशुल्क किताबें बांटने के लिए ब्लॉक एजुकेशन ऑफिसर यानि बीईओ ने एडमिशन के पिछले साल के आंकड़ों को देखते हुए करीब 30 हजार किताबें अतिरिक्त मंगवा ली थी…लेकिन स्कूलों से किताबों की डिमांड न आने की वजह से इन्हें मॉडल स्कूल के इंडोर स्टेडियम में बीईओ ने ये कहते हुए रखवा दिया कि डिमांड आने के साथ ही किताबो को सुरक्षित रखने की व्यवस्था भी हो जाएगी, तो उन्हें यहाँ से हटा लिया जाएगा…लेकिन हालात ये है कि महीनो बीत जाने के बाद भी किताबे नही उठाई गई, तो स्कूल की प्रिंसिपल ने जिला शिक्षा अधिकारी को पत्र लिख किताबें हटाने की गुहार लगाई है क्योंकि स्कूल के इंडोर स्टेडियम में चार दिन बाद गेम्स शुरू होने वाले हैं..जिसके चलते उन्हें स्टेडियम की जरुरत है। 

हालात ये है कि इन किताबों को सुरक्षित रखने शिक्षा विभाग के पास दूसरी जगह नहीं, और न ही किताबें वापस होंगी…क्योंकि मप्र पाठ्य पुस्तक निगम के संभागीय डिपो ने इन्हें वापस लेने से इंकार कर दिया है… अफसरों की लापरवाही के चलते जबलपुर में मुख्यमंत्री के मंसूबों पर पानी फिरता नजर आ रहा है… एक ओर जहां किताबो का ढेर लगा हुआ है, वही दूसरी ओर छात्रो के बिछे हुए पलंग खेलों के प्रोत्साहन के नाम पर हवाई दावे करने वालों के लिए किसी तमाचे से कम नहीं है।