बेमौसम बारिश ने बढ़ाई किसानों की परेशानी, खेत-खलिहान में भीगा धान, खरीदी में अभी 10 दिन का समय बाकी

बेमौसम बारिश ने बढ़ाई किसानों की परेशानी, खेत-खलिहान में भीगा धान, खरीदी में अभी 10 दिन का समय बाकी

बेमौसम बारिश ने बढ़ाई किसानों की परेशानी, खेत-खलिहान में भीगा धान, खरीदी में अभी 10 दिन का समय बाकी
Modified Date: November 29, 2022 / 08:06 pm IST
Published Date: November 21, 2020 8:10 am IST

अंबिकापुर। बेमौसम हो रही बारिश ने किसानों की परेशानी बढ़ा दी है, फसल पक कर तैयार हैं कुछ फसल खेत में पड़ी है और कुछ खलिहान में मगर अचानक बारिश हो जाने के कारण धान भीग चुके हैं और उनके रखने की व्यवस्था किसानों के पास मौजूद नहीं। यही कारण है कि किसान किसी तरीके से अपने फसल को सुरक्षित रखने की कोशिश कर रहे हैं। मगर अब भी धान खरीदी शुरू होने में करीब 10 दिन का समय बाकी है ऐसे में किसानों की चिंता बढ़ गई है किसान इस बात को लेकर भी चिंतित नजर आ रहे हैं कि आखिर भीगी हुई फसल को जब वह समितियों में बेचने जाएंगे तो उस पर भी उन्हें परेशानी का सामना करना पड़ सकता है।

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प्रदेश सरकार ने 1 दिसंबर से धान की खरीदी का निर्णय लिया है मगर धान की फसल पककर तैयार है और किसान इसकी कटाई भी कर रहे हैं। करीब-करीब फसल कटकर खेतों या खलिहान में पड़ी हुई है और किसान इसे बेचने की तैयारी में जुटे हुए हैं, मगर सरगुजा संभाग में हुए बारिश के कारण किसानों की फसल बुरी तरीके से भीग चुकी है। खलिहान में पहुंचे फसल को तो किसी तरह किसान प्लास्टिक, त्रिपाल या घर के अंदर रखकर सुरक्षित रख रहे हैं मगर खेतों में कटी फसल पानी में भीग रही है।

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मौसम वैज्ञानिकों का कहना है कि आने वाले दिनों में बारिश की संभावना तो बेहद कम है लेकिन बदली छाई रहेगी ऐसे में किसानों को चिंता सता रही है कि आखिर उनके धान कहीं बर्बाद ना हो जाए अभी धान खरीदी में करीब 10 दिन का समय बचा हुआ है ऐसे में 10 दिनों तक अपने धान को सुरक्षित रखना और धान को सुखाकर समितियों तक पहुंचाना किसानों के लिए मुसीबत बन गया है यही कारण है कि किसान बेहद चिंतित नजर आ रहे हैं और यही कामना भी कर रहे हैं कि आने वाले दिनों में बारिश न हो, जिससे किसानों के धान सुरक्षित रह सकें।

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लेखक के बारे में

डॉ.अनिल शुक्ला, 2019 से CG-MP के प्रतिष्ठित न्यूज चैनल IBC24 के डिजिटल ​डिपार्टमेंट में Senior Associate Producer हैं। 2024 में महात्मा गांधी ग्रामोदय विश्वविद्यालय से Journalism and Mass Communication विषय में Ph.D अवॉर्ड हो चुके हैं। महात्मा गांधी अंतरराष्ट्रीय हिंदी विश्वविद्यालय वर्धा से M.Phil और कुशाभाऊ ठाकरे पत्रकारिता एवं जनसंचार विश्वविद्यालय, रायपुर से M.sc (EM) में पोस्ट ग्रेजुएशन किया। जहां प्रावीण्य सूची में प्रथम आने के लिए तिब्बती धर्मगुरू दलाई लामा के हाथों गोल्ड मेडल प्राप्त किया। इन्होंने गुरूघासीदास विश्वविद्यालय बिलासपुर से हिंदी साहित्य में एम.ए किया। इनके अलावा PGDJMC और PGDRD एक वर्षीय डिप्लोमा कोर्स भी किया। डॉ.अनिल शुक्ला ने मीडिया एवं जनसंचार से संबंधित दर्जन भर से अधिक कार्यशाला, सेमीनार, मीडिया संगो​ष्ठी में सहभागिता की। इनके तमाम प्रतिष्ठित पत्र पत्रिकाओं में लेख और शोध पत्र प्रकाशित हैं। डॉ.अनिल शुक्ला को रिपोर्टर, एंकर और कंटेट राइटर के बतौर मीडिया के क्षेत्र में काम करने का 15 वर्ष से अधिक का अनुभव है। इस पर मेल आईडी पर संपर्क करें anilshuklamedia@gmail.com