(BSE Share Price, Image Credit: Meta AI)
BSE Share Price: बुधवार, 2 जुलाई 2025 के दिन सेंसेक्स-निफ्टी में हलचल के बीच बीएसई लिमिटेड कंपनी का शेयर 2752.60 रुपये पर कारोबार कर रहा हैं। पिछला बंद मूल्य 2775.10 रुपये के स्तर से शेयर -0.81% की गिरावट के साथ कारोबार कर रहा हैं। आज सुबह स्टॉक मार्केट में ट्रेडिंग शुरू होते ही बीएसई शेयर 2770 रुपये पर खुला था। आज दोपहर 2:58 बजे तक तक बीएसई कंपनी शेयर ने दिन के 2805 रुपये के हाई लेवल को छुआ। वहीं, आज शेयर का लो-लेवल 2745 रुपये था।
आज बुधवार, 2 जुलाई 2025 को दोपहर 2:58 बजे तक बीएसई लिमिटेड कंपनी शेयर का 52-सप्ताह का उच्चतम स्तर 3030 रुपये और लो-लेवल 705 रुपये है। बीएसई स्टॉक अपने 52-सप्ताह के उच्च स्तर से -8.76% फिसल गया है। वहीं शेयर 52-सप्ताह के निचले स्तर से 292.16% की बढ़त दर्ज की गई है। इस दौरान कंपनी का मार्केट कैप घटकर1.12 लाख करोड़ रुपये हो गया है। वहीं, बीएसई लिमिटेड कंपनी का वर्तमान P/E रेशियो 85.85 है। आज बुधवार तक बीएसई कंपनी पर 0.02 करोड़ रुपये का कर्ज है।
मार्केट एक्सपर्ट का कहना है कि अगर आपका नजरिया लंबी अवधि का है, तो BSE के शेयरों को Hold करना चाहिए। उन्होंने कहा कि BSE के शेयरों ने अब तक शानदार रिटर्न दिया हैं और ये मल्टीबैगर स्टॉक साबित हुए हैं। अभी भी इन शेयरों में लंबी अवधि में अच्छे रिटर्न देने की पूरी संभावना है। हालांकि, निकट भविष्य में शेयर की चाल थोड़ी अस्थिर हो सकती है। इसका कारण हाल ही में हुई कुछ नियामकीय और एक्सपायरी डेट में बदलाव हैं। उनका यह भी कहना है कि BSE का शेयर इन बदलावों को पहले ही अपनी कीमत में शामिल कर लिया है। इसके अलावा, यह शेयर पहले ही काफी बढ़ चुका है, इसलिए थोड़ी प्रॉफिट बुकिंग भी हो सकती है।
अगर हम BSE के शेयरों की वैल्यूएशन (मूल्यांकन) की बात करें, तो कुछ हद तक चिंता की बात जरूर है। लेकिन अभी BSE के शेयर FY27 की प्राइस-टू-बुक वैल्यू के आधार पर 50 से 55 गुना के बीच ट्रेड हो रहे हैं। यह वैल्यूएशन दुनिया के अन्य बड़े स्टॉक एक्सचेंजों से करीब दोगुना अधिक है। वहीं, एक्सपर्ट का मानना है कि BSE को यह प्रीमियम वैल्यूएशन इसलिए मिल रहा है क्योंकि कंपनी की ग्रोथ और स्ट्रक्चर मजबूत है और यह लंबी अवधि में बरकरार रह सकता है।
BSE शेयर पर ग्लोबल ब्रोकरेज फर्म Jefferies ने अपनी ‘HOLD’ रेटिंग को दोहराया है। उनका मानना है कि आने वाली डेरिवेटिव्स एक्सपायरी में जो बदलाव हो रहे हैं, उससे शेयर पर थोड़ा दबाव दिख सकता है। इसे उन्होंने ‘शॉर्ट-टर्म ओवरहैंग’ यानी अस्थायी दबाव बताया है। गौरतलब है कि BSE के शेयर में पिछले 6 ट्रेडिंग सत्र से लगातार गिरावट देखी जा रही है। जेफरीज ने इस शेयर के लिए 2,900 रुपये का टारगेट तय किया है।
बुधवार, 2 जुलाई 2025 से पिछले 1 साल के दौरान बीएसई शेयर में 232.03% की तेजी देखी गई है, जबकि 3 साल में 1281.63% की बढ़त दर्ज की गई है। वहीं, पिछले 5 साल की अवधि में बीएसई के शेयर में 5172.17% की शानदार उछाल दर्ज की गई है और साल-दर-साल (YTD) आधार पर बीएसई का स्टॉक 52.19% चढ़ गया है।
नोट:- शेयर बाजार में निवेश जोखिम के अधीन होता है। शेयरों, म्यूचुअल फंड्स और अन्य वित्तीय साधनों की कीमतें बाजार की स्थितियों, आर्थिक परिस्थितियों और अन्य कारकों के आधार पर घट-बढ़ सकती हैं। इसमें पूंजी हानि की संभावना भी शामिल है। इस जानकारी का उद्देश्य केवल सामान्य जागरूकता बढ़ाना है और इसे निवेश या वित्तीय सलाह के रूप में नहीं लिया जाना चाहिए।