(HDFC Bank Share Price, Image Credit: Meta AI)
HDFC Bank Share Price: गुरुवार, 26 जून 2025 को प्राइवेट सेक्टर की दिग्गज कंपनी HDFC Bank के शेयरों में जबरदस्त तेजी देखी गई। शेयर ने पहली बार 2000 रुपये के स्तर को पार कर दिया है और 2027.10 रुपये के नए ऑल-टाइम हाई पर पहुंच गया है। दिन में स्टॉक में करीब 1.89% की तेजी दर्ज की गई। यह लगातार तीसरा दिन था जब शेयर ने तेजी दिखाई है। इस बढ़त के साथ ही बैंक का मार्केट कैप बढ़कर अब 15.50 लाख करोड़ रुपये हो गया है।
वहीं, इस उछाल के पीछे की मुख्य वजह HDB Financial Services के IPO को माना जा रहा है, जो HDFC Bank की सहायक कंपनी है। यह पब्लिक इश्यू 25 जून को खुल गया है और 27 जून को बंद होगा। पहले ही दिन इसे 40% सब्सक्रिप्शन मिला था और अब तक यह 86% भर चुका है। इस IPO का कुल साइज 12,500 करोड़ रुपये है।
इसमें 2,500 करोड़ रुपये के नए इक्विटी शेयर जारी किए जाएंगे, जबकि HDFC Bank द्वारा प्रमोटर हिस्सेदारी से 10,000 करोड़ रुपये के शेयर ऑफर फॉर सेल में रखे गए हैं। इस बिक्री से बैंक को सीधे तौर पर फंड मिलेगा। IPO के बाद बैंक की हिस्सेदारी 94.3% से कम हो जाएगी। इसका प्राइस बैंड 700-740 रुपये प्रति शेयर और लॉट साइज 20 शेयर है।
वहीं, शेयर में खरीदारी का एक और बड़ा कारण है बैंक द्वारा 22 रुपये प्रति शेयर डिविडेंड की घोषणा। इसका रिकॉर्ड डेट 27 जून 2025 है, यानी इस तारीख तक जिन निवेशकों के पास बैंक के शेयर होंगे, वे डिविडेंड के योग्य होंगे। यही वजह है कि निवेशक 26 जून को शेयर की भारी खरीदारी करते नजर आए।
बैंक ने ऐलान किया है कि अप्रैल-जून 2025 तिमाही के नतीजे 19 जुलाई को बोर्ड मीटिंग के बाद जारी किए जाएंगे। पिछली तिमाही (जनवरी-मार्च 2025) में HDFC Bank ने स्टैंडअलोन आधार पर 17,616 करोड़ रुपये का शुद्ध मुनाफा कमाया था, जो सालाना आधार पर 6.68% अधिक था।
HDFC बैंक का शेयर बीते एक साल में करीब 17% बढ़ा है, हालांकि पिछले 3 महीनों में इसमें 9% की गिरावट आई है। बैंकिंग सेक्टर को लेकर एक्सपर्ट्स का नजरिया अभी भी सकारात्मक बना हुआ है। SBI सिक्योरिटीज की रिपोर्ट के अनुसार, मजबूत लिक्विडिटी, LCR में संभावित राहत और कम NPA जैसे फैक्टर्स बैंकों को मुनाफे में बरकरार रख सकता है।
नोट:- शेयर बाजार में निवेश जोखिम के अधीन होता है। शेयरों, म्यूचुअल फंड्स और अन्य वित्तीय साधनों की कीमतें बाजार की स्थितियों, आर्थिक परिस्थितियों और अन्य कारकों के आधार पर घट-बढ़ सकती हैं। इसमें पूंजी हानि की संभावना भी शामिल है। इस जानकारी का उद्देश्य केवल सामान्य जागरूकता बढ़ाना है और इसे निवेश या वित्तीय सलाह के रूप में नहीं लिया जाना चाहिए।