(Jainik Power IPO Listing, Image Credit: Meta AI)
Jainik Power IPO Listing: आज एलुमिनियम वायर रॉड बनाने वाली जैनिक पावर एंड केबल्स लिमिटेड के शेयर NSE SME एक्सचेंज पर उम्मीद से बहुत ही नीचे लिस्ट हुआ। IPO में 110 रुपये प्रति शेयर की कीमत पर अलॉटमेंट हुआ था, जबकि शेयर ने मार्केट में 82 रुपये पर एंट्री की थी यानी निवेशकों को लिस्टिंग के साथ ही 25.45% का घाटा हुआ। किंतु दिन में रिकवरी जरूर आई और 86.10 रुपये के अपर सर्किट तक पहुंचा, लेकिन निवेशकों का अभी भी 21.37% नुकसान बरकरार है।
Jainik Power कंपनी का 51.30 करोड़ रुपये का IPO 10 से 12 जून 2025 तक खुला था। यह इश्यू कुल 1.54 गुना सब्सक्राइब हुआ। रिटेल निवेशकों की ओर से सबसे अधिक रिस्पॉन्स मिला था, उनका हिस्सा 2.08 गुना भरा, जबकि NII का 1.13 और QIB का 1.01 गुना सब्सक्रिप्शन हुआ।
कंपनी ने इस IPO के जरिए 46,63,200 नए शेयर जारी किए। जुटाए गए पैसों का इस्तेमाल नया प्लांट स्थापित करने में 10.99 करोड़ रुपये, कर्ज चुकाने में 5 करोड़ रुपये, वर्किंग कैपिटल जरूरतों के लिए 23.50 करोड़ रुपये और शेष राशि जनरल कॉर्पोरेट खर्चों में किया जाएगा
जैनिक पावर एंड केबल्स 2011 में स्थापित, 2023 से एलुमिनियम वायर रॉड का निर्माण कर रही है। इसका मैन्युफैक्चरिंग प्लांट हरियाणा के सोनीपत में स्थित है। कंपनी के उत्पादों की बिक्री दिल्ली, यूपी, उत्तराखंड, हरियाणा और राजस्थान जैसे राज्यों में होती है।
कंपनी का प्रदर्शन वित्तीय रूप से लगातार मजबूत हो रहा है। FY23 में जहां कंपनी ने 15 लाख रुपये का नेट प्रॉफिट कमाया था, वहीं FY24 में यह बढ़कर 5.02 करोड़ रुपये और FY25 में 9.24 करोड़ रुपये हो गया। कंपनी का राजस्व भी शानदार बढ़ा है, यह 128% CAGR की दर से बढ़कर 352.38 करोड़ रुपये तक पहुंच गया है।
IPO की लिस्टिंग भले ही निराशाजनक रही हो, लेकिन कंपनी की मजबूत ग्रोथ, बढ़ता मुनाफा और वाइड रीजनल मार्केट इसे भविष्य में स्थिर बना सकते हैं। मौजूदा घाटे के बावजूद, लॉन्ग टर्म निवेश पर विचार करने वालों को कंपनी की कारोबारी सेहत और योजनाओं पर नजर बनाए रखना चाहिए।
नोट:- शेयर बाजार में निवेश जोखिम के अधीन होता है। शेयरों, म्यूचुअल फंड्स और अन्य वित्तीय साधनों की कीमतें बाजार की स्थितियों, आर्थिक परिस्थितियों और अन्य कारकों के आधार पर घट-बढ़ सकती हैं। इसमें पूंजी हानि की संभावना भी शामिल है। इस जानकारी का उद्देश्य केवल सामान्य जागरूकता बढ़ाना है और इसे निवेश या वित्तीय सलाह के रूप में नहीं लिया जाना चाहिए।