(Jio Financial Services Share, Image Credit: Meta AI)
Jio Financial Services Share: Jio Payments Bank ने अप्रैल 2018 में अपनी सेवाएं शुरू की थीं और इसे रिलायंस इंडस्ट्रीज को भारतीय रिजर्व बैंक से अगस्त 2015 में लाइसेंस मिला था। पहले यह भारतीय स्टेट बैंक (SBI) के साथ एक जॉइंट वेंचर के रूप में काम कर रहा था, लेकिन अब Jio Financial Services ने SBI से अपना हिस्सा 104.54 करोड़ रुपये में खरीद लिया है। इस सौदे के बाद, Jio Payments Bank पूरी तरह से Jio Financial Services की सहायक कंपनी बन गई है।
Jio Financial Services अब कई प्रमुख क्षेत्रों में कार्य कर रहा है, जिनमें निवेश, फाइनेंसिंग, बीमा ब्रोकिंग, पेमेंट्स बैंक और पेमेंट गेटवे आदि सेवाएं शामिल हैं। Jio Payments Bank का कस्टमर बेस भी अब तेजी से बढ़कर 23.1 लाख तक पहुंच गया है। इसके साथ ही, बैंक का CASA (चालू खाता और बचत खाता) और वॉलेट जमा 295 करोड़ रुपये तक पहुंच गया है, जो इसके तेजी से बढ़ते बाजार की ओर इशारा करता है।
मार्च तिमाही में Jio Financial Services ने 1.7% की तेजी के साथ 316.11 करोड़ रुपये का शुद्ध मुनाफा प्राप्त किया। कंपनी का कंसोलिडेटेड रेवेन्यू भी पिछले वर्ष के मुकाबले 18% बढ़कर 493.24 करोड़ रुपये हो गया। इसके अतिरिक्त वित्त वर्ष 2025 में कंपनी का कुल कंसोलिडेटेड रेवेन्यू 2,042.91 करोड़ रुपये तक पहुंच गया, जो पिछले वर्ष के मुकाबले काफी बेहतर प्रदर्शन है।
Jio Financial Services का शेयर 18 जून को बीएसई पर 287.75 रुपये पर बंद हुआ, जो 0.71% की गिरावट दर्शाता है। हालांकि, कंपनी का मार्केट कैप 1.83 लाख करोड़ रुपये के आसपास है और पिछले तीन महीनों में इसके शेयर में करीब 28% की वृद्धि हुई है। कंपनी ने वित्त वर्ष 2025 के लिए 50 पैसे प्रति शेयर का डिविडेंड भी घोषित किया है, जो इसके भविष्य की संभावनाओं को दर्शाता है।
नोट:- शेयर बाजार में निवेश जोखिम के अधीन होता है। शेयरों, म्यूचुअल फंड्स और अन्य वित्तीय साधनों की कीमतें बाजार की स्थितियों, आर्थिक परिस्थितियों और अन्य कारकों के आधार पर घट-बढ़ सकती हैं। इसमें पूंजी हानि की संभावना भी शामिल है। इस जानकारी का उद्देश्य केवल सामान्य जागरूकता बढ़ाना है और इसे निवेश या वित्तीय सलाह के रूप में नहीं लिया जाना चाहिए।