Reliance Infrastructure Share: फंड जुटाने की तैयारी या कुछ और? अनिल अंबानी की कंपनी की इस मीटिंग में खुलेंगे कई राज!

Reliance Infrastructure Share: फंड जुटाने की तैयारी या कुछ और? अनिल अंबानी की कंपनी की इस मीटिंग में खुलेंगे कई राज!

Reliance Infrastructure Share: फंड जुटाने की तैयारी या कुछ और? अनिल अंबानी की कंपनी की इस मीटिंग में खुलेंगे कई राज!

(Reliance Infrastructure Share, Image Credit: ANI News)

Modified Date: July 13, 2025 / 03:54 pm IST
Published Date: July 13, 2025 3:37 pm IST
HIGHLIGHTS
  • 16 जुलाई को बोर्ड मीटिंग, फंड जुटाने पर होगा फैसला
  • 1 साल में स्टॉक ने दिया 95% रिटर्न, 5 साल में 1071%
  • लॉन्ग टर्म कैपिटल जुटाने की योजना, वित्तीय मजबूती पर फोकस

Reliance Infrastructure Share: अनिल अंबानी के नेतृत्व वाली रिलायंस इंफ्रास्ट्रक्चर लिमिटेड अब लॉन्ग टर्म कैपिटल जुटाने की तैयारी में लग गई है। कंपनी यह फंड अलग-अलग फाइनेंशियल इंस्ट्रूमेंट्स के जरिए जुटा सकती है। इस पूंजी के माध्यम से कंपनी अपनी वित्तीय स्थिति को मजबूत करना चाहती है और मौजूदा परियोजनाओं में तेजी लाना चाहती है।

अगली बोर्ड मीटिंग 16 जुलाई को होगी

रिलायंस इंफ्रास्ट्रक्चर लिमिटेड की अगली बोर्ड मीटिंग 16 जुलाई 2025 को तय की गई है। इस मीटिंग में यह निर्धारित किया जाएगा कि कंपनी कितनी राशि और किस माध्यम से जुटाएगी। साथ ही इस पर भी निर्णय लिया जाएगा कि फंड एक बार में या चरणबद्ध तरीके से जुटाया जाएगा। जिसके बाद निवेशकों की नजरें इस बैठक पर टिक गई हैं क्योंकि यहां से कई बड़े फैसलों की घोषणा हो सकती है।

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तिमाही नतीजों से पहले आया यह फैसला

फंड जुटाने का यह फैसला उस समय पर सामने आया है जब कंपनी के चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही के नतीजे भी जारी होने वाले हैं। ये नतीजे निवेशकों को कंपनी की मौजूदा आर्थिक स्थिति का अनुमान देंगे और पूंजी जुटाने के फैसले को भी तर्कसंगत ठहराएंगे। इससे कंपनी की पारदर्शिता और फाइनेंशियल स्ट्रेंथ पर भरोसा और ज्यादा मजबूत हो सकता है।

शेयर में जबरदस्त तेजी

हाल ही में इंडिया रेटिंग एंड रिसर्च ने कंपनी की क्रेडिट रेटिंग को ‘IND D’ से बढ़ाकर ‘IND B/Stable/IND A4’ कर दिया है। जो कंपनी पर भरोसे का संकेत है। कंपनी के शेयरों में बीते एक साल में करीब 95% की वृद्धि देखी गई है। वहीं 5 साल में शेयर ने 1071% से अधिक का रिटर्न दिया है, जो इसे लॉन्ग टर्म निवेशकों के लिए बेहद आकर्षक बनाता है।

नोट:- शेयर बाजार में निवेश जोखिम के अधीन होता है। शेयरों, म्यूचुअल फंड्स और अन्य वित्तीय साधनों की कीमतें बाजार की स्थितियों, आर्थिक परिस्थितियों और अन्य कारकों के आधार पर घट-बढ़ सकती हैं। इसमें पूंजी हानि की संभावना भी शामिल है। इस जानकारी का उद्देश्य केवल सामान्य जागरूकता बढ़ाना है और इसे निवेश या वित्तीय सलाह के रूप में नहीं लिया जाना चाहिए।


सामान्यतः पूछे जाने वाले प्रश्नः

लेखक के बारे में

मैं 2018 से पत्रकारिता में सक्रिय हूँ। हिंदी साहित्य में मास्टर डिग्री के साथ, मैंने सरकारी विभागों में काम करने का भी अनुभव प्राप्त किया है, जिसमें एक साल के लिए कमिश्नर कार्यालय में कार्य शामिल है। पिछले 7 वर्षों से मैं लगातार एंटरटेनमेंट, टेक्नोलॉजी, बिजनेस और करियर बीट में लेखन और रिपोर्टिंग कर रहा हूँ।