(Stock Market 01 July, Image Credit: IBC24 News Customize)
Stock Market 01 July: आज भारतीय शेयर बाजार आज मिले-जुले रुख के साथ खुल सकते हैं। वहीं, विदेशी निवेशकों (FIIs) की ओर से कैश और डेरिवेटिव दोनों सेगमेंट में बिकवाली नजर जा रही है, जो बाजार की चाल पर प्रभाव डाल सकती है। हालांकि, गिफ्ट निफ्टी और डाओ फ्यूचर्स में मामूली बढ़त देखने को मिल रही है। एशियाई बाजारों में भी कारोबार मिश्रित रुझान के साथ चल रहा है। वहीं, अमेरिका के प्रमुख इंडेक्स डाओ जोंस और नैस्डैक मंगलवार को रिकॉर्ड ऊंचाई पर बंद हुए हैं। डॉलर इंडेक्स 40 महीने के न्यूनतम स्तर पर पहुंच गया है, जो वैश्विक लिक्विडिटी के लिहाज से एक सकारात्मक संकेत है।
वित्त वर्ष 2024-25 में भारत का ग्रॉस GST कलेक्शन 22.08 लाख करोड़ रुपये के रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गया है। पिछले 5 सालों में यह आंकड़ा टैक्स वसूली के दोगुना होने का इशारा देता है, जो आर्थिक स्थिरता की ओर संकेत करता है। हालांकि, इसके उलट इंडस्ट्रियल प्रोडक्शन में गिरावट देखी गई है। मई में IIP ग्रोथ 9 महीनों के न्यूनतम स्तर पर आ गई, जिससे औद्योगिक गतिविधियों को लेकर चिंता बढ़ी है।
आज जून महीने की ऑटो बिक्री के आंकड़े जारी हो सकते हैं। विशेषज्ञों का मानना है कि इन आंकड़ों में कमजोरी देखी जा सकती है। मारुति सुजुकी की सेल्स में करीब 8% गिरावट का अनुमान है, जबकि टाटा मोटर्स और हुंडई के प्रदर्शन पर भी नरमी दिख सकता है। हालांकि, M&M और टू-व्हीलर कंपनियों से अच्छे नतीजों की उम्मीद जताई जा रही है।
सरकार ने जुलाई महीने के लिए नेचुरल गैस की कीमतों में करीब 7.5% की बढ़ोतरी की है। अब इसकी नई दर 6.41 डॉलर प्रति mBtu से बढ़कर 6.75 डॉलर प्रति mBtu हो गई है। इसके साथ ही एविएशन टर्बाइन फ्यूल (ATF) की कीमतें भी 7.5% बढ़ाकर 89,344 रुपये प्रति किलोलीटर तय की गई हैं, जो एविएशन सेक्टर पर प्रभाव डाल सकती हैं।
Angel One के तकनीकी विश्लेषक का मानना है कि निफ्टी को अब 25,500 पर पहला सपोर्ट मिल सकता है, इसके बाद 25,200 एक मजबूत सपोर्ट जोन के रूप में उभरता है। उन्होंने यह भी बताया कि अगर बाजार में तेजी बनी रहती है, तो 26,000 से 26,300 का लेवल अगला लक्ष्य हो सकता है, जबकि 25,800 के आस-पास रेजिस्टेंस दिखाई दे सकता है। उन्होंने ट्रेडर्स को सलाह देते हुए कहा कि वे उन सेक्टर्स पर फोकस करें जो लगातार बेहतर प्रदर्शन कर रहे हैं।
भारत और अमेरिका के बीच ट्रेड डील को लेकर बड़ी सहमति बन चुकी है। सरकारी सूत्रों के अनुसार बातचीत निर्णायक मोड़ पर पहुंच गई है। व्हाइट हाउस की ओर से भी संकेत मिल रहे हैं कि अमेरिकी राष्ट्रपति जल्द ही इस डील की घोषणा कर सकते हैं। यह डील दोनों देशों के आर्थिक रिश्तों को नई ऊंचाई पर पहुंचा सकती है।
नोट:- शेयर बाजार में निवेश जोखिम के अधीन होता है। शेयरों, म्यूचुअल फंड्स और अन्य वित्तीय साधनों की कीमतें बाजार की स्थितियों, आर्थिक परिस्थितियों और अन्य कारकों के आधार पर घट-बढ़ सकती हैं। इसमें पूंजी हानि की संभावना भी शामिल है। इस जानकारी का उद्देश्य केवल सामान्य जागरूकता बढ़ाना है और इसे निवेश या वित्तीय सलाह के रूप में नहीं लिया जाना चाहिए।