(Stock Market 24 June, Image Credit: IBC24 News Customize)
Stock Market 24 June: आज दुनिया भर के शेयर बाजारों के लिए एक बड़ी राहत देने वाली खबर सामने आई है। ईरान और इजरायल 12 दिनों से जारी संघर्ष को रोकने पर सहमत हो गए हैं। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने ऐलान करते हुए कहा है कि अगले 12 घंटे में संघर्ष पूरी तरह खत्म हो जाएगा। ट्रंप ने अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘ट्रुथ सोशल’ पर जानकारी कि दोनों देशों ने आपसी सहमति से सीजफायर को मंजूरी दे दी है। वहीं, ट्रंप ने दोनों देशों को बधाई देते हुए कहा कि यह युद्ध वर्षों तक खिंच सकता था, जिससे पश्चिम एशिया को बहुत नुकसान होता। इस क्षेत्र में अब स्थिरता लौटने की उम्मीद है, जिससे ग्लोबल बाजारों में सकारात्मक माहौल बन गया है।
इस शांति समझौते का असर बाजारों पर स्पष्ट तौर पर दिखाई दे रहा है। गिफ्ट निफ्टी में 170 अंकों से ज्यादा की तेजी देखी गई है। उधर एशियाई बाजारों में भी मजबूती के संकेत मिल रहे हैं। डाओ फ्यूचर्स में तेजी बढ़ी है और अमेरिकी बाजारों में भी कल 1% तक की मजबूती दर्ज की गई।
पश्चिम एशिया में तनाव कम होने से कच्चे तेल की कीमतों में जोरदार गिरावट आई है। ब्रेंट क्रूड 14% फिसलकर 70 डॉलर प्रति बैरल के नीचे आ गया है, जो अगस्त 2022 के बाद की सबसे ज्यादा इंट्राडे गिरावट है। इसके अलावा सोने और चांदी की कीमतों में भी गिरावट देखी गई है। डॉलर इंडेक्स भी 99 के स्तर से नीचे लुढ़क गया है।
सीजफायर से बाजार को हालिया तौर पर राहत मिली है, लेकिन आगे की चाल कुछ महत्वपूर्ण वैश्विक घटनाओं पर निर्भर करेगी। 9 जुलाई को ट्रंप की टैरिफ डेडलाइन पूरी होगी, जिस पर निवेशकों की नजर है। आज अमेरिकी फेडरल रिजर्व के चेयरमैन जेरोम पॉवेल की गवाही (टेस्टीमनी) आएगी। शुक्रवार को अमेरिका के PCE (Personal Consumption Expenditures) मुद्रास्फीति के आंकड़े जारी होंगे, जो फेड की अगली दर नीति के संकेत देंगे।
ईरान और इजरायल के बीच युद्धविराम से ग्लोबल अनिश्चितताओं में कमी आई है, जिससे निवेशकों में भरोसा वापस लौटा है। बाजार फिलहाल राहत की सांस ले रहे हैं, लेकिन आगे की दिशा कुछ प्रमुख वैश्विक आर्थिक घटनाओं पर निर्भर करेगी।
नोट:- शेयर बाजार में निवेश जोखिम के अधीन होता है। शेयरों, म्यूचुअल फंड्स और अन्य वित्तीय साधनों की कीमतें बाजार की स्थितियों, आर्थिक परिस्थितियों और अन्य कारकों के आधार पर घट-बढ़ सकती हैं। इसमें पूंजी हानि की संभावना भी शामिल है। इस जानकारी का उद्देश्य केवल सामान्य जागरूकता बढ़ाना है और इसे निवेश या वित्तीय सलाह के रूप में नहीं लिया जाना चाहिए।