Stock Split: छप्परफाड़ रिटर्न के बाद अब निवेशकों को मिलेगा बोनस जैसा तोहफा, शेयर का होगा बंटवारा
Stock Split: छप्परफाड़ रिटर्न के बाद अब निवेशकों को मिलेगा बोनस जैसा तोहफा, शेयर का होगा बंटवारा
(Stock Split, Image Credit: Meta AI)
- इंडिया ग्लाइकॉल्स ने शेयर स्प्लिट का ऐलान किया (1:2 अनुपात)।
- 2025 में अब तक शेयर ने 50% का शानदार रिटर्न दिया।
- शेयर अब ज्यादा निवेशकों की पहुंच में आएगा।
Stock Split: इंडिया ग्लाइकॉल्स लिमिटेड ने अपने शेयरहोल्डर्स को खुश करने वाला एक बड़ा कदम उठाया है। कंपनी ने स्टॉक स्प्लिट यानी शेयरों को विभाजित करने का निर्णय लिया है। इसक मतलब यह है कि जो निवेशक आज 100 शेयर रखते हैं, उनके पास स्प्लिट के बाद 200 शेयर हो जाएंगे। हालांकि, हर शेयर की कीमत पहले से आधी हो जाएगी।
अभी कंपनी का एक शेयर 10 रुपये फेस वैल्यू का है। स्प्लिट के बाद यह एक शेयर दो हिस्सों में बंट जाएगा और प्रत्येक की फेस वैल्यू 5 रुपये हो जाएगी। यानी यह 1:2 का स्टॉक स्प्लिट होगा। कंपनी ने फिलहाल सिर्फ प्रस्ताव को मंजूरी दी है। लेकिन रिकॉर्ड डेट की घोषणा बाद में की जाएगी, जब यह बदलाव लागू होगा।

शानदार रिटर्न के बाद भी शेयर स्प्लिट क्यों?
इंडिया ग्लाइकॉल्स का शेयर साल 2025 की शुरुआत से अब तक लगभग 50% चढ़ चुका है। आज यह 1.19% की गिरावट के साथ 1,887.50 रुपये के करीब ट्रेड कर रहा है। लेकिन शानदार रिटर्न के बाद शेयर स्प्लिट का फैसला बताता है कि कंपनी लंबी अवधि के लिए छोटे निवेशकों को भी आकर्षित करना चाहती है।
शेयर स्प्लिट के पीछे की सोच
कीमत कम करना: जब शेयर महंगे हो जाते हैं, तो छोटे निवेशकों के लिए खरीदना मुश्किल होता है। स्प्लिट के बाद शेयर की कीमत कम हो जाएगी है।
लिक्विडिटी बढ़ाना: ज्यादा लोगों की पहुंच से बाजार में शेयर की खरीद-बिक्री ज्यादा होती है।
मानसिक राहत: 200 रुपये का शेयर 2000 रुपये वाले शेयर से कम डरावना लगता है, जबकि असल में कंपनी का मूल्य वही रहता है।
बाजार में उपस्थिति: कई इंडेक्स या फंड महंगे शेयरों से बचते हैं। सस्ता शेयर उन्हें आकर्षित करता है।
निवेशकों को क्या होगा फायदा?
कम पूंजी से खरीदारी संभव: छोटे निवेशक अब कम पैसे में भी शेयर खरीद पाएंगे।
आसान आंशिक बिक्री: जरूरत पर अब पूरे शेयर बेचने की जगह थोड़े-थोड़े शेयर बेचे जा सकते हैं।
नया निवेशक आकर्षण: कम कीमत के शेयर नए निवेशकों को ज्यादा आकर्षित करते हैं।
नोट:- शेयर बाजार में निवेश जोखिम के अधीन होता है। शेयरों, म्यूचुअल फंड्स और अन्य वित्तीय साधनों की कीमतें बाजार की स्थितियों, आर्थिक परिस्थितियों और अन्य कारकों के आधार पर घट-बढ़ सकती हैं। इसमें पूंजी हानि की संभावना भी शामिल है। इस जानकारी का उद्देश्य केवल सामान्य जागरूकता बढ़ाना है और इसे निवेश या वित्तीय सलाह के रूप में नहीं लिया जाना चाहिए।

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