(Stocks Split, Image Credit: Meta AI)
Stocks Split: भारतीय शेयर बाजार में लिस्टेड तीन बड़ी कंपनियां अदाणी पावर, मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज ऑफ इंडिया (MCX) और टाटा इनवेस्टमेंट कॉरपोरेशन पहली बार अपने अपने स्टॉक्स करने पर विचार कर रही है। सबसे खास बात यह है कि इन तीनों शेयर में से किसी का भी अभी तक एक बार भी स्टॉक स्प्लिट (विभाजन) नहीं हुआ है। जिससे यह फैसला निवेशकों के लिए अहम हो सकता है। अगर तीनों कंपनियों के बोर्ड से स्टॉक स्प्लिट को मंजूरी मिलती है, तो आगे चलकर शेयरधारकों की सहमति और रेगुलेटरी मंजूरी की प्रक्रिया भी पूरी करनी होगी।
मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज ऑफ इंडिया (MCX) की बोर्ड बैठक 1 अगस्त को होने वाली है, जिसमें जून तिमाही के वित्तीय नतीजों के अलावा स्टॉक स्प्लिट पर भी चर्चा की जाएगी। वर्तमान में कंपनी के शेयर की फेस वैल्यू 10 रुपये है। 1 अगस्त की सुबह BSE पर इसका शेयर 7,608 रुपये पर कारोबार कर रहा था, जिसमें 1.10% की गिरावट दर्ज की गई। MCX का मार्केट कैप 38,880 करोड़ रुपये है और इसके शेयर ने बीते दो सालों में 313% का जबरदस्त रिटर्न दिया है। एक साल में इसने 73.45% और 6 महीनों में 33.74% की तेजी दर्ज की गई है। वहीं, एक महीने में शेयर 16.14% फिसल गया है।
वहीं, अदाणी पावर का बोर्ड भी 1 अगस्त को मीटिंग करने जा रहा है, जिसमें जून तिमाही के नतीजों के साथ-साथ स्टॉक स्प्लिट का भी प्रस्ताव पेश किया जाएगा। कंपनी के शेयर की फेस वैल्यू भी 10 रुपये है। अदाणी पावर का शेयर इस समय 589.80 रुपये पर ट्रेड कर रहा है और इसका मार्केट कैप 2.27 लाख करोड़ रुपये है। यह शेयर 2 साल में 115%, 3 महीने में 10% और 6 महीने में 17.74% की तेजी आई है।
टाटा ग्रुप की कंपनी टाटा इनवेस्टमेंट कॉरपोरेशन की बोर्ड मीटिंग 4 अगस्त को तय की गई है। कंपनी के शेयर 1 अगस्त को सुबह 9.35 बजे तक 6,885.50 रुपये पर कारोबार कर रहा था और इसका मार्केट कैप 34,840 करोड़ रुपये है। बीते दो सालों में इसके शेयर ने करीब 170% का रिटर्न दिया है और 6 महीने में 16.26% तक उछल गया है। अभी शेयर की फेस वैल्यू 10 रुपये है।
नोट:- शेयर बाजार में निवेश जोखिम के अधीन होता है। शेयरों, म्यूचुअल फंड्स और अन्य वित्तीय साधनों की कीमतें बाजार की स्थितियों, आर्थिक परिस्थितियों और अन्य कारकों के आधार पर घट-बढ़ सकती हैं। इसमें पूंजी हानि की संभावना भी शामिल है। इस जानकारी का उद्देश्य केवल सामान्य जागरूकता बढ़ाना है और इसे निवेश या वित्तीय सलाह के रूप में नहीं लिया जाना चाहिए।