(TCS Share Price, Image Credit: ANI News)
TCS Share Price: शुक्रवार, 8 अगस्त 2025 को वैश्विक बाजार से मिलेजुले संकेतों के बीच घरेलू इक्विटी सूचकांक बीएसई सेंसेक्स और एनएसई निफ्टी-50 ने गिरावट के साथ शुरुआत की थी। शुक्रवार को सुबह क्लोजिंग बेल पर बीएसई सेंसेक्स -765.47 अंक या -0.95 फीसदी गिरकर 79,857.79 पर और एनएसई निफ्टी -232.85 अंक या -0.95 प्रतिशत फिसलकर 24,363.30 के स्तर पर बंद हुआ।
शुक्रवार को टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज लिमिटेड कंपनी के शेयर में -0.50 प्रतिशत फिसलकर यह शेयर 3031.90 रुपये पर बंद हुआ था। शुक्रवार को सुबह ओपनिंग बेल पर कारोबार शुरू होते ही टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज कंपनी शेयर 3048.10 रुपये पर खुला था और दोपहर 3.30 बजे तक टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज कंपनी शेयर 3059.80 रुपये के इंट्रा-डे हाई लेवल तक पहुंच गया था। वहीं, इस शेयर का लो लेवल 3025 रुपये था।
शुक्रवार, 8 अगस्त 2025 तक टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज लिमिटेड कंपनी शेयर का 52 सप्ताह का उच्च स्तर 4592.25 रुपये था। जबकि, शेयर का 52 सप्ताह का निचला स्तर 2991.60 रुपये था। शुक्रवार तक टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज लिमिटेड कंपनी का कुल मार्केट कैप घटकर 10,98,596 करोड़ रुपये हो गया है। इस दिन टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज कंपनी के शेयर 3,025.00 रुपये से 3,059.80 रुपये की मूल्य सीमा पर कारोबार करता नजर आया।
भारत की प्रमुख आईटी कंपनी टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज लिमिटेड (TCS) का शेयर वर्तमान में 3031.90 रुपये पर कारोबार कर रहा है। इस स्टॉक को लेकर याहू फाइनेंशियल एनालिस्ट्स ने BUY रेटिंग दी है और इसका टारगेट प्राइस 3759.64 रुपये तय किया है। इसका मतलब है कि निवेशकों को इसमें आगे चलकर करीब 24% तक का अपसाइड रिटर्न मिलने की उम्मीद है। एक्सपर्ट्स मानते हैं कि मौजूदा गिरावट के बाद यह स्टॉक फिर से रफ्तार पकड़ सकता है।
रविवार, 10 अगस्त 2025 तक के आंकड़ों के अनुसार, TCS का शेयर इस साल अब तक -24.76% गिर चुका है और पिछले 1 साल में इसमें -27.74% की गिरावट आई है। वहीं, अगर लंबी अवधि की बात करें तो 5 साल में यह स्टॉक 35.22% का रिटर्न दे चुका है। यानी शॉर्ट टर्म में भले ही यह दबाव में रहा हो, लेकिन लॉन्ग टर्म निवेशकों के लिए यह अब भी एक भरोसेमंद विकल्प बना हुआ है।
नोट:- शेयर बाजार में निवेश जोखिम के अधीन होता है। शेयरों, म्यूचुअल फंड्स और अन्य वित्तीय साधनों की कीमतें बाजार की स्थितियों, आर्थिक परिस्थितियों और अन्य कारकों के आधार पर घट-बढ़ सकती हैं। इसमें पूंजी हानि की संभावना भी शामिल है। इस जानकारी का उद्देश्य केवल सामान्य जागरूकता बढ़ाना है और इसे निवेश या वित्तीय सलाह के रूप में नहीं लिया जाना चाहिए।