(Apollo Micro Systems Share/ Image Credit: IBC24 News Customize)
Apollo Micro Systems Share: डिफेंस सेक्टर की मल्टीबैगर कंपनी अपोलो माइक्रो सिस्टम्स के शेयर में बुधवार, 31 दिसंबर को लगभग 5% की तेजी दर्ज की गई। इस उछाल का मुख्य कारण कंपनी को कोल इंडिया की सहायक कंपनी से प्राप्त 420 करोड़ रुपये के बड़े ऑर्डर को माना जा रहा है। इस ऑर्डर से निवेशकों में उत्साह देखा जा रहा है।
कंपनी की सहायक कंपनी आईडीएल एक्सप्लोसिव्स को कोल इंडिया की सहायक कंपनियों को बल्क में विस्फोटक सप्लाई करने का 419.39 करोड़ रुपये का रनिंग कॉन्ट्रैक्ट मिला है। इसके अलावा, कार्ट्रिज विस्फोटक की आपूर्ति के लिए 1.5 करोड़ रुपये का निर्यात ऑर्डर भी हासिल हुआ। कुल मिलाकर इन ऑर्डरों का मूल्य लगभग 420.96 करोड़ रुपये है।
26 दिसंबर को कंपनी ने एक निजी कंपनी से रक्षा मंत्रालय के लिए अनमैंड एरियल सिस्टम्स की आपूर्ति का 100.25 करोड़ रुपये का ऑर्डर भी प्राप्त किया था। इन नए ऑर्डरों के साथ कंपनी की ऑर्डर बुक और मजबूत हुई है, जो सितंबर तिमाही के अंत तक 7,850 करोड़ रुपये तक पहुंच चुकी थी। इससे आगामी तिमाही में कंपनी की आय की दृश्यता और कमाई में स्थिरता की उम्मीद बढ़ गई है।
सितंबर तिमाही (Q2) में कंपनी का राजस्व 40% बढ़कर 2,253 करोड़ रुपये पर पहुंच गया, जबकि लाभ 91% बढ़कर 300 करोड़ रुपये हो गया। इस मजबूत वित्तीय प्रदर्शन ने निवेशकों का भरोसा और बढ़ाया और शेयर में तेजी का समर्थन किया।
| विवरण | मान |
| शेयर मूल्य (आज) | 270.95 INR |
| आज का परिवर्तन | +11.10 INR (4.27%) |
| दिनांक और समय | 31 Dec, 3:30 pm IST |
| Open (खुला) | 260.60 INR |
| High (उच्चतम) | 272.80 INR |
| Low (न्यूनतम) | 260.60 INR |
| Market Cap (बाजार पूंजीकरण) | 9.73K Cr |
| P/E Ratio | 109.37 |
| 52-सप्ताह उच्च | 354.70 INR |
| 52-सप्ताह निम्न | 103.77 INR |
| Dividend (लाभांश) | 0.09% |
| Quarterly Dividend Amount | 0.062 INR |
नवीनतम ऑर्डर की खबर के बाद अपोलो माइक्रो सिस्टम्स का शेयर बीएसई पर 272.80 रुपये तक पहुंच गया, जिससे दो दिन की गिरावट रुक गई। इस साल अब तक (YTD) शेयर में 124% की बढ़त, पिछले एक साल में 134% की वृद्धि और पिछले पांच वर्षों में 2079% का जबरदस्त रिटर्न दर्ज किया गया।
नोट:- शेयर बाजार में निवेश जोखिम के अधीन होता है। शेयरों, म्यूचुअल फंड्स और अन्य वित्तीय साधनों की कीमतें बाजार की स्थितियों, आर्थिक परिस्थितियों और अन्य कारकों के आधार पर घट-बढ़ सकती हैं। इसमें पूंजी हानि की संभावना भी शामिल है। इस जानकारी का उद्देश्य केवल सामान्य जागरूकता बढ़ाना है और इसे निवेश या वित्तीय सलाह के रूप में नहीं लिया जाना चाहिए।