(Stock Mareket 24 December 2025/ Image Credit: Meta AI)
Stock Mareket 24 December 2025: भारतीय बेंचमार्क इंडेक्स, सेंसेक्स और निफ्टी 24 दिसंबर को सकारात्मक शुरुआत कर सकते हैं। गिफ्ट निफ्टी के संकेत मिल रहे हैं, जो 26,236.50 के स्तर पर ट्रेड कर रहा है, यह भारतीय बाजार के लिए एक मजबूत शुरुआत का संकेत है। हालांकि, पिछले कारोबारी सत्र में भारतीय शेयर बाजार शुरुआती बढ़त को बनाए रखने में असफल रहे और पूरे सत्र के दौरान सीमित दायरे में ही कारोबार किया, जिसके कारण दो दिन की तेजी का सिलसिला टूट गया।
Stock Mareket 24 December 2025: मंगलवार को अमेरिकी शेयर बाजारों में सकारात्मक रुझान देखने को मिला। आर्थिक डेटा में तेजी के बाद S&P 500 ने क्लोजिंग का नया रिकॉर्ड बनाया, जिससे बॉन्ड यील्ड में वृद्धि और ग्रोथ वाले शेयरों में तेजी आई। डॉव जोन्स इंडस्ट्रियल एवरेज 0.16% बढ़कर 48,442.41 पर पहुंच गया, वहीं S&P 500 ने 0.46% बढ़कर 6,909.79 के स्तर को छुआ। नैस्डैक कंपोजिट भी 0.57% बढ़कर 23,561.84 पर पहुंच गया।
गिफ्ट निफ्टी बढ़त के साथ 26,236.50 के उच्च स्तर पर कारोबार कर रहा है, जो 24 दिसंबर को भारतीय बाजार में एक मजबूत शुरुआत का संकेत दे रहा है। इससे यह उम्मीद है कि भारतीय बाजार में भी तेजी का रुझान देखने को मिल सकता है और वैश्विक बाजारों के सकारात्मक असर से भारतीय निवेशकों को फायदा हो सकता है।
अमेरिकी बाजारों में S&P 500 के रिकॉर्ड स्तर पर पहुंचने के बाद एशियाई बाजारों में भी तेजी का रुझान देखा गया। अमेरिकी अर्थव्यवस्था पिछले दो वर्षों में सबसे तेज गति से बढ़ी है, जिससे बाजार को मजबूती मिली है। एशियाई बाजारों में टॉपिक्स 0.06%, निक्केई 0.32%, हैंग सेंग 0.18% और ताइवान के बाजार 0.28% तक चढ़े हैं। कोस्पी में भी 0.26% की बढ़त देखी गई है।
23 दिसंबर को विदेशी संस्थागत निवेशक (FIIs) ने 1,794 करोड़ रुपये के शेयर बेचे, जबकि घरेलू संस्थागत निवेशक (DIIs) ने 3,812 करोड़ रुपये की शुद्ध खरीदारी की, जिससे बाजार में संतुलन बना रहा। इस फंड फ्लो के चलते भारतीय बाजार में स्थिरता बनी रह सकती है, हालांकि विदेशी निवेशकों के द्वारा की गई बिकवाली पर ध्यान दिया जा सकता है।
कच्चे तेल की कीमतों में लगातार छठे सत्र में वृद्धि देखी गई है और वेस्ट टेक्सास इंटरमीडिएट क्रूड 58.50 डॉलर प्रति बैरल से ऊपर ट्रेड कर रहा है। वहीं, ब्रेंट क्रूड में 0.13% की हल्की बढ़ोतरी हो रही है। डॉलर इंडेक्स में गिरावट तीसरे दिन भी जारी रही, जो आठ सालों में अपने सबसे खराब प्रदर्शन की ओर बढ़ रहा है। दूसरी ओर सोने की कीमतें 4,500 डॉलर प्रति औंस के महत्वपूर्ण स्तर को पार कर गई हैं, जो सेफ-हेवन डिमांड और रेट कट की उम्मीदों से प्रेरित हैं।
नोट:- शेयर बाजार में निवेश जोखिम के अधीन होता है। शेयरों, म्यूचुअल फंड्स और अन्य वित्तीय साधनों की कीमतें बाजार की स्थितियों, आर्थिक परिस्थितियों और अन्य कारकों के आधार पर घट-बढ़ सकती हैं। इसमें पूंजी हानि की संभावना भी शामिल है। इस जानकारी का उद्देश्य केवल सामान्य जागरूकता बढ़ाना है और इसे निवेश या वित्तीय सलाह के रूप में नहीं लिया जाना चाहिए।