लखनऊ, 22 मई (भाषा) मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बृहस्पतिवार को कहा कि उनकी सरकार ने औरैया के मेडिकल कॉलेज का नाम 18वीं सदी में इंदौर और मालवा की रानी रहीं माता अहिल्याबाई होल्कर के नाम पर रखने का निर्णय लिया है ।
आदित्यनाथ ने कहा कि महापुरुषों को जाति, मत या मजहब के आधार पर बांटा नहीं जा सकता।
एक बयान के मुताबिक, उन्होंने पिछली सरकारों पर आरोप लगाया कि उन्होंने महापुरुषों को इन आधारों पर विभाजित करने का प्रयास किया।
मुख्यमंत्री ने विशेष रूप से समाजवादी पार्टी के शासनकाल का जिक्र करते हुए कहा कि औरैया में माता अहिल्याबाई होल्कर के नाम पर स्थापित डिग्री कॉलेज का नाम बदलने का प्रयास किया गया था।
उन्होंने घोषणा की कि वर्तमान सरकार ने औरैया के मेडिकल कॉलेज का नाम माता अहिल्याबाई होल्कर के नाम पर रखने का निर्णय लिया है।
कार्यक्रम में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के कार्यकर्ता बड़ी संख्या में उपस्थित रहे। मुख्यमंत्री ने सभी कार्यकर्ताओं का हार्दिक स्वागत किया और अहिल्याबाई होल्कर के योगदान को याद करते हुए उनके आदर्शों को जन-जन तक पहुंचाने का आह्वान किया।
मुख्यमंत्री ने कहा कि जहां सदाचार और सद्बुद्धि है, वहां सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है।
उन्होंने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की सकारात्मक ऊर्जा की सराहना करते हुए कहा कि इससे देश के 140 करोड़ लोग प्रेरित हो रहे हैं। उन्होंने 2014 से पहले की सरकारों पर भारत को भारतीय दृष्टिकोण से न देखने का आरोप लगाया।
आदित्यनाथ ने कहा कि उस समय राम और कृष्ण को काल्पनिक बताया गया, रामसेतु को तोड़ने की कोशिश की गई और भ्रष्टाचार, अविश्वास, अराजकता व राजनीतिक षड्यंत्र का बोलबाला था।
उनके मुताबिक, मोदी सरकार ने ‘नेशन फर्स्ट’ का भाव पैदा किया, जिसके परिणामस्वरूप आज भारत गर्व के साथ नई ऊंचाइयों को छू रहा है।
उन्होंने कहा कि नया भारत किसी को छेड़ता नहीं, लेकिन अगर कोई छेड़ता है तो उसे छोड़ता भी नहीं और ‘ऑपरेशन सिंदूर’ इसका जीवंत उदाहरण है।
मुख्यमंत्री ने माता अहिल्याबाई होल्कर के जीवन और योगदान पर विस्तार से प्रकाश डाला।
आदित्यनाथ ने बताया कि अहिल्याबाई का जन्म 31 मई 1725 को हुआ था और छोटी उम्र में विवाह के बावजूद उन्होंने अपनी शिक्षा जारी रखी और 1725 से 1795 तक अपने 70 वर्ष के जीवनकाल में आदर्श शासन व्यवस्था स्थापित की।
मुख्यमंत्री ने औरंगजेब और बाबर के समय में तोड़े गए मंदिरों के पुनरोद्धार का जिक्र करते हुए कहा कि अहिल्याबाई ने मालवा राज से बाहर निकलकर पशुपतिनाथ, रामेश्वर, महाकाल, काशी विश्वनाथ, सोमनाथ और बंगाल तक के मंदिरों का जीर्णोद्धार कराया।
उन्होंने बताया कि प्रदेश में कामकाजी महिलाओं के लिए सात छात्रावास अहिल्याबाई के नाम पर बनाए जा रहे हैं। साथ ही, नारी वंदन अधिनियम और शासन की अन्य योजनाओं के माध्यम से नारी शक्ति के सशक्तिकरण को बढ़ावा दिया जा रहा है।
आदित्यनाथ ने यह भी बताया कि उत्तर प्रदेश सरकार ने पीएसी की तीन बटालियनों का नाम अवंती बाई, झलकारी बाई और वीरांगना उदा देवी के नाम पर रखा है, जो नारी शक्ति के सम्मान का प्रतीक है।
भाषा जफर नोमान
नोमान