Banke Bihari Temple: बांके बिहारी मंदिर में बवाल, मंत्री को न तो प्रसाद मिला और न ही दर्शन, जानें महिलाओं ने किस वजह से किया विरोध

Banke Bihari Temple: बांके बिहारी मंदिर में बवाल, मंत्री को न तो प्रसाद मिला और न ही दर्शन, जानें महिलाओं ने किस वजह से किया विरोध

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  • Publish Date - July 19, 2025 / 04:09 PM IST,
    Updated On - July 19, 2025 / 05:47 PM IST

Banke Bihari Temple | Photo Credit: IBC24

HIGHLIGHTS
  • मंत्री एके शर्मा को बांके बिहारी मंदिर में दर्शन से रोका गया
  • महिलाओं ने काली पट्टी बांधकर विरोध जताया
  • पुलिस और गोस्वामी के बीच बहस

नई दिल्ली: Banke Bihari Temple नगर विकास एवं ऊर्जा मंत्री एके शर्मा को बांके बिहारी मंदिर में दर्शन के दौरान अजीब स्थिति का सामना करना पड़ा। दरअसल, नगर विकास एवं ऊर्जा मंत्री एके शर्मा शुक्रवार को बांके बिहारी मंदिर में दर्शन करने के लिए पहुंचे हुए थे। इसी दौरान मंदिर आगमन पर सेवायतों और स्थानीय महिलाओं ने जोरदार विरोध प्रदर्शन किया। महिलाओं ने काली पट्टी बांधकर नारेबाजी की और उनके खिलाफ विरोध जताया।

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Banke Bihari Temple इस दौरान, सीओ सदर संदीप सिंह ने महिलाओं के हाथ से स्लोगन छीन लिए। जिसको लेकर एक गोस्वामी और सीओ के बीच बहस हुई। सेवायतों ने पर्दा डाल दिया और दर्शन नहीं करने दिए। इतना ही नहीं मंत्री को न तो प्रसाद मिला, न ही परंपरागत पटका पहनाया गया। मंदिर के गोस्वामी ने भी साफ तौर पर अपना विरोध जताया।

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जानें क्या है पूरा मामला?

इस पूरे घटनाक्रम की वजह है बांके बिहारी कॉरिडोर प्रोजेक्ट। दरअसल, कॉरिडोर निर्माण के लिए भू-स्वामियों और सेवायतों की संपत्तियां प्रभावित हो रही हैं। जिसको लेकर स्थानीय लोग लगातार विरोध कर रहे हैं। मंदिर परिसर में मौजूद महिलाओं ने ‘कॉरिडोर नहीं चलेगा’ जैसे नारे भी लगाए। मौके पर थोड़ी देर के लिए माहौल तनावपूर्ण हो गया।

बांके बिहारी कॉरिडोर प्रोजेक्ट क्या है?

यह एक सरकारी योजना है जिसका मकसद बांके बिहारी मंदिर परिसर को विस्तृत करना और दर्शन व्यवस्था को सुव्यवस्थित बनाना है। इसमें आसपास की संपत्तियों का अधिग्रहण शामिल है।

लोग इस प्रोजेक्ट का विरोध क्यों कर रहे हैं?

स्थानीय सेवायत और भू-स्वामी मानते हैं कि इससे उनकी पुश्तैनी संपत्तियां छीनी जा रही हैं और मंदिर की पारंपरिक व्यवस्था में हस्तक्षेप हो रहा है।

क्या मंत्री AK शर्मा को जानबूझकर दर्शन से रोका गया?

जी हां, सेवायतों और महिलाओं ने जानबूझकर विरोध के तहत पर्दा डाल दिया और मंत्री को परंपरागत स्वागत नहीं दिया।