हाथरस (उप्र), चार दिसंबर (भाषा) उत्तर प्रदेश के उप मुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक ने मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआईआर) के काम में लगे कुछ बूथ स्तरीय अधिकारियों (बीएलओ) के कथित रूप से उत्पीड़न से तंग आकर आत्महत्या किये जाने पर कहा कि सरकार उनके परिजन के साथ खड़ी है और उनकी पूरी मदद करेगी।
बीएलओ का मानसिक उत्पीड़न किए जाने के सवाल पर पाठक ने कहा कि अगर कोई विशेष शिकायत है तो उसकी जांच करके सख्त कार्रवाई की जाएगी।
उपमुख्यमंत्री बृहस्पतिवार को प्रदेश के पूर्व ऊर्जा मंत्री दिवंगत रामवीर उपाध्याय के पिता के निधन के बाद उनके परिजनों से मुलाकात करने उनके आवास पर आये थे।
इस मौके पर पाठक ने संवाददाताओं से बातचीत में हाल में एसआईआर के काम में लगे कुछ बीएलओ द्वारा कथित रूप से काम के बोझ से परेशान होकर खुदकुशी किए जाने के सवाल पर कहा की निर्वाचन आयोग इस मसले पर काम कर रहा है और सरकार पीड़ितों के साथ खड़ी है। उन्होंने कहा कि सरकार उनकी पूरी मदद करेगी।
कुछ उच्च अधिकारियों द्वारा एसआईआर को लेकर अपने अधीनस्थ बीएलओ का मानसिक उत्पीड़न किए जाने को लेकर पूछे गए सवाल पर उन्होंने कहा, ‘यदि कोई विशेष शिकायत है तो उसकी जांच होगी। कड़ी कार्रवाई भी होगी।’
उत्तर प्रदेश के गोंडा समेत कई जिलों में मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण कार्य में लगे कुछ बीएलओ द्वारा कथित तौर पर काम के बोझ से त्रस्त होकर आत्महत्या किए जाने की खबरें आई हैं।
उप मुख्यमंत्री पाठक ने भाजपा कार्यालय पर पार्टी पदाधिकारियों व कार्यकर्ताओं से एसआईआर पर चर्चा की।
उन्होंने कहा, ‘कार्यकर्ताओं की पांच साल की जो मेहनत होती है, उसका परिणाम बूथ पर भाजपा के पक्ष में जोरदार मतदान के रूप में देखने को मिले, इसलिए हम सबकी जिम्मेदारी है कि हम सब लोग ताकत व लगन के साथ मतदाता सूची बनवाने में निष्पक्षता व पारदर्शितापूर्ण मदद करते हुए भारत निर्वाचन आयोग के साथ खड़े रहें।’
पाठक ने कहा कि अगर बूथ स्तर पर संगठन सशक्त नहीं होगा तो “हमारी सारी मेहनत बेकार जाएगी।”
भाषा सं सलीम नोमान
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