Sambal bulldozer Action/Image Source: IBC24
लखनऊ: Sambal bulldozer action इस साल के सबसे बड़े विवादों में से एक का नाम बार-बार लिया गया, और वह है उत्तर प्रदेश का संभल जहां ईद-नमाज, ईदगाह, मंदिरों की जमीन पर कब्जे और अन्य मुद्दों ने ऐसी आग पकड़ी जिसकी तपिश पूरे देश ने महसूस की। इसी संभल में आज यूपी सरकार का ताजा एक्शन सामने आया।
Vande Bharat: संभल में सरकारी जमीन पर अवैध निर्माण के खिलाफ फिर से बुलडोजर की कार्रवाई हुई। एक तालाब की जमीन पर बने अवैध मैरिज हॉल और मस्जिद पर गुरुवार को 4 घंटे तक बुलडोजर चले। सुबह 11:30 बजे शुरू हुई यह कार्रवाई दोपहर 3 बजे तक जारी रही। प्रशासन के मुताबिक मस्जिद और मैरिज हॉल सरकारी जमीन पर बने हुए थे, जिन्हें जमींदोज किया गया।
यह पूरी कार्रवाई संभल मुख्यालय से 30 किलोमीटर दूर राया बुजुर्ग गांव में हुई। पुलिस और पैरामिलिट्री फोर्स की भारी सुरक्षा के बीच मैरिज हॉल पर बुलडोजर चला, लेकिन मस्जिद कमेटी के लोगों ने प्रशासन से चार दिन की मोहलत मांगी, जो उन्हें दी गई। मोहलत मिलने के बाद मस्जिद कमेटी के लोग खुद छेनी और हथौड़ी से मस्जिद को तोड़ने में जुट गए।
Sambal bulldozer action हालांकि संभल में बुलडोजर कार्रवाई पर अभी तक कोई बड़ा विवाद या बवाल नहीं हुआ, लेकिन AIMIM के प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने सोशल मीडिया पर पोस्ट करके सुप्रीम कोर्ट की गाइडलाइंस की याद दिलाई। ओवैसी ने लिखा कि जुल्म फिर जुल्म है, बढ़ता है तो मिट जाता है खून फिर खून है, टपकेगा तो जम जाएगा, जुल्म की किस्मत-ए-नाकारा-ओ-रुसवा से कहो, जुल्म की बात ही क्या, जुल्म की औकात ही क्या, जुल्म बस जुल्म है.. आगाज से अंजाम तलक खून फिर खून है, सौ शक्ल बदल सकता है ऐसी शक्लें कि मिटाओ तो मिटाए न बनें, ऐसे शोले कि बुझाओ तो बुझाए न बने ऐसे नारे कि दबाओ तो दबाए न बनें।
Vande Bharat: संभल में जिन अवैध निर्माण पर बुलडोजर कार्रवाई की गई, उन्हें लेकर 2 सितंबर को नोटिस जारी किया गया था, और 2 अक्टूबर को भारी पुलिस बल के साथ प्रशासन का बुलडोजर एक्शन शुरू हुआ। इससे पहले बरेली में ‘आई लव मोहम्मद’ के नाम पर हुई हिंसा के बाद योगी सरकार ने मोहसिन रजा की संपत्ति पर बुलडोजर चलाया था। यानी बरेली से लेकर संभल तक बुलडोजर एक्शन ने योगी आदित्यनाथ के उस बयान को चर्चा में ला दिया, जिसमें उन्होंने कहा था मौलाना भूल गया कि किसकी सरकार है।