लखनऊ, 27 मई (भाषा) उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने मंगलवार को अनुसंधान एवं विकास (आरएंडडी) पारिस्थितिकी तंत्र को मजबूत करने के लिए व्यापक नीतिगत सुधारों और लचीले नियामक ढांचे की जरूरत पर जोर दिया।
राज्यपाल ने राजभवन में नीति आयोग द्वारा आयोजित ‘ईज ऑफ डूइंग रिसर्च एंड डेवलेपमेंट’ पर दो दिवसीय परामर्श बैठक में कहा कि देश एक ऐसे युग में प्रवेश कर रहा है, जहां नवाचार प्रगति की कुंजी है।
राजभवन की ओर से यहां जारी एक बयान के मुताबिक राज्यपाल ने अनुसंधान एवं विकास (आरएंडडी) पारिस्थितिकी तंत्र को मजबूत करने के लिए व्यापक नीतिगत सुधारों, पारदर्शी वित्त पोषण प्रणालियों, सरलीकृत प्रशासनिक प्रक्रियाओं और लचीले नियामक ढांचे की जरूरत बतायी।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के आह्वान पर शुरू की गई नीति आयोग की राष्ट्रीय पहल के तहत आयोजित यह उच्च स्तरीय बैठक देश भर के प्रमुख अनुसंधान संस्थानों के प्रमुख वैज्ञानिकों, शिक्षाविदों और प्रतिनिधियों को एक साथ लाया है।
कार्यक्रम के दौरान नीति आयोग के सदस्य डॉक्टर वी के सारस्वत ने राज्यपाल को आयोग की रिपोर्ट प्रस्तुत की।
राज्यपाल ने अपने संबोधन में इस बात पर जोर दिया कि शोधकर्ताओं पर अत्यधिक प्रशासनिक बोझ वैज्ञानिक प्रगति में बाधा डालता है और इसका तत्काल समाधान किया जाना चाहिए।
बयान के अनुसार पटेल ने कहा कि उत्तर प्रदेश को अपनी युवा शक्ति, पारंपरिक ज्ञान और नवाचार के माध्यम से औद्योगिक क्षमता का लाभ उठाकर आत्मनिर्भर भारत के निर्माण में विशेष भूमिका निभानी है।
राज्यपाल का कहना था कि उत्तर प्रदेश के 14 विश्वविद्यालयों को विश्वविद्यालय अनुदान आयोग ने बहुविषयक शिक्षा और अनुसंधान के लिए चुना है। राज्य के विश्वविद्यालयों ने ‘क्यूएस एशिया रैंकिंग’ में भी सराहनीय प्रदर्शन किया है। यह वैश्विक प्रतिस्पर्धा के लिए उनकी तैयारी को दर्शाता है।
पटेल ने विश्वास व्यक्त किया कि इस परामर्श बैठक की सिफारिशें राज्य विश्वविद्यालयों की रैंकिंग, ग्रेडिंग और शैक्षणिक गुणवत्ता को बेहतर बनाने में मदद करेंगी।
राज्यपाल ने कहा कि विश्वविद्यालयों की भूमिका केवल डिग्री प्रदान करना नहीं है बल्कि नवाचार और अनुसंधान की संस्कृति को बढ़ावा देना है। उन्होंने शोध को पाठ्यक्रम में शामिल करने और स्थानीय रूप से प्रासंगिक मुद्दों को प्राथमिकता देने का सुझाव दिया।
पटेल ने प्रारंभिक बाल्यावस्था शिक्षा को मजबूत करने के लिए राज्य विश्वविद्यालयों को आंगनवाड़ी केंद्रों से जोड़ने के लिए चल रहे प्रयासों का भी उल्लेख किया।
भाषा सलीम राजकुमार
राजकुमार
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