लखनऊ, 25 सितंबर (भाषा) राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के प्रमुख मोहन भागवत ने सोमवार को कहा कि आरएसएस पूरे समाज को एकजुट करना चाहता है और इस प्रक्रिया में कोई भी ऐसा नहीं है जो उसके लिए पराया हो।
आरएसएस के प्रांत प्रचार प्रमुख अशोक दुबे द्वारा जारी एक बयान में कहा गया कि लखनऊ के चार दिवसीय दौरे पर आए भागवत ने सोमवार को अपने दौरे के आखिरी दिन यहां निराला नगर के सरस्वती कुंज में बुद्धिजीवियों से बातचीत की।
बुद्धिजीवियों से चर्चा के दौरान भागवत ने कहा, ‘‘संघ सम्पूर्ण समाज को संगठित करना चाहता है। इसमें संघ के लिए कोई पराया नहीं है। जो आज हमारा विरोध करते हैं, वे भी हमारे हैं। उनके विरोध से हमारी क्षति न हो इतनी चिंता हम जरूर करेंगे। हम सर्व लोकयुक्त भारत वाले लोग हैं मुक्त वाले नहीं।’’
उन्होंने कहा, ‘‘आरएसएस स्वयंसेवक होने के नाते सबको जोड़ने का हमारा प्रयास है। संघ के स्वयंसेवकों द्वारा समाज में अनेक अच्छे काम समाज परिवर्तन के लिए किए जा रहे हैं। आप सब प्रबुद्ध जन उन कार्यों में सहयोगी हो सकते हैं।’’
भागवत ने कहा, ‘‘इतिहास में हम यह लिखा देना नहीं चाहते कि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के कारण देश का उद्धार हुआ, हम यह लिखा देना चाहते हैं कि इस देश में एक ऐसी पीढ़ी का निर्माण हुआ, जिन्होंने उद्यम किया और अपने देश को पूरी दुनिया का गुरु बनाया। उस पवित्र कर्तव्य के प्रारंभ के लिए मैं आप सबसे आह्वान करता हूं।’’
भाषा जफर आशीष
आशीष