शाहजहांपुर (उप्र) 12 जून (भाषा) शाहजहांपुर जिले में कई वर्षों से लंबित धोखाधड़ी और ठगी के विभिन्न मामलों की गुत्थी सुलझाने के लिए जिला स्तर पर विशेष जांच दल (एसआईटी) का गठन किया गया है। अधिकारियों ने बृहस्पतिवार को यह जानकारी दी।
पुलिस अधीक्षक (एसपी) राजेश द्विवेदी ने ‘पीटीआई भाषा’ को बताया कि अपराधों की समीक्षा के लिये हाल में बुलायी गयी एक बैठक में यह बात सामने आयी थी कि जिले के विभिन्न थानों में गबन और ठगी के 97 ऐसे मामले दर्ज हैं जिन्हें सम्बन्धित विवेचकों द्वारा तमाम कोशिशों के बावजूद सुलझाया नहीं जा पा रहा है और इसके लिये विशेषज्ञ टीम की जरूरत महसूस की जा रही थी।
उन्होंने बताया कि इसको ध्यान में रखते हुए एक नयी पहल के तहत जिला स्तर पर एक एसआईटी गठित की गयी है जो अरसे से लम्बित इन 97 मामलों की जांच सम्बन्धित विवेचकों के साथ मिलकर कर रही है। प्रदेश में जिला स्तर पर गठित की गयी यह अपनी तरह की पहली एसआईटी है।
द्विवेदी ने बताया कि इस टीम में अपर पुलिस अधीक्षक (ग्रामीण) दिक्षा भबरे को अध्यक्ष तथा पुलिस क्षेत्राधिकारी इशिका सिंह को टीम का प्रभारी बनाया गया है। इस टीम में चार अन्य तेज तर्रार पुलिसकर्मी भी शामिल किए गए हैं।
पुलिस अधीक्षक ने बताया कि लम्बित मामलों में शाहजहांपुर में विगत चार जून को सीबीआई का अधिकारी बनकर एक करोड़ रुपये की ठगी करने और निगोही इलाके में एक व्यक्ति द्वारा बड़ी संख्या में लोगों के जाली दस्तखत करके लाखों रुपये हड़पने के मामले भी शामिल हैं।
एसआईटी के गठन की जरूरत क्यों पड़ी, इस पर द्विवेदी ने कहा कि विभिन्न मामलों का समयबद्ध ढंग से निस्तारण करना पुलिस का वांछित कर्तव्य है और मुकदमे की विवेचना का लम्बे समय तक लम्बित रहना कहीं न कहीं पुलिस की क्षमता पर सवाल खड़े करता है।
उन्होंने कहा कि इसलिये जिला स्तर पर पहली बार एसआईटी गठित करके पुराने मामलों के निस्तारण की पहल की गयी है।
भाषा सं. सलीम नोमान
नोमान